
Sudha Murthy Relationship Advice: बात-बात पर ब्रेकअप करने वाली जनरेशन अगर शादी के बंधन में बंध जाती है तो कुछ सालों बाद वो इसमें जकड़े हुए महसूस करने लगते हैं। पार्टनर के साथ अनबन होने लगती है। कई बार तो शादी के दो-तीन साल बाद ही तलाक की नौबत आ जाती है। सवाल है कि फिर शादी जैसे रिश्ते को कैसे मजूबत रखा जाए। यंग कपल ऐसा क्या करें कि उन्हें गृहस्थ जीवन में मजा आए। भारतीय शिक्षिका, लेखिका और सांसद सुधा मूर्ती से रिश्ते निभाने की सीख लेनी चाहिए। यहां पर हम उनके कुछ अहम एडवाइज बताने जा रहे हैं जिसे यंग कपल को फॉलो करना चाहिए।
सुधा मूर्ति कहती है कि सबसे अनमोल तोहफा जो आप किसी को दे सकते हैं वह है आपका वक्त। क्योंकि आप उन्हें अपने जीवन का वह हिस्सा दे रहे हैं जिसे आप कभी वापस नहीं पा सकते हैं। इसलिए बिजी लाइफ के बावजूद भी अपने पार्टनर को वक्त जरूर दीजिए।
एन.आर. नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति ने बताया कि एक खुशहाल रिश्ता समझदारी, धैर्य और माफ करने की क्षमता पर टिका होता है। कपल एक दूसरे को धैर्य से सुनें। एक की गलती हो तो दूसरा माफ करने की कला सीखें। जब धैर्य और माफ करने की क्षमता कपल में आ जाएगी तो रिश्ता कभी भी नहीं टूटेगा।
छोटे-छोटे प्यार से भरे काम बड़े इशारों से अधिक मायने रखते हैं। अच्छे और महंगे तोहफों के साथ-साथ घर के छोटे-छोटे कार्य करने से भी आपका पार्टनर हमेशा खुश रहेगा।
जब आप अपने दिल की बातें और सपने एक-दूसरे के साथ साझा करते हैं, तो प्यार बढ़ता है और रिश्ता मजबूत और स्थिर बनता है। शादी के बाद पति-पत्नी का सपना एक दूसरे का हो जाता है। इसलिए दिल की बातें बताएं। क्या आप पाना चाहते हैं या सामने वाले से क्या उम्मीद करते हैं इसके बारे में भी बेबाक होकर बातचीत करें।
यह मायने नहीं रखता कि आप कितनी बार 'आई लव यू' कहते हैं, बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने कार्यों के माध्यम से इसे कितना दर्शाते हैं।सुधा मूर्ति कहती है कि हर दिन कुछ ऐसे काम कीजिए ताकि पार्टनर को स्पेशल महसूस हो। कपल एक दूसरे को हर दिन अपने काम के जरिए आई लव यू बोल सकता है।
हर रिश्ते में अच्छे और बुरे दोनों पल आते हैं, लेकिन जरूरी है कि आप एक-दूसरे के प्रति कमिटमेंट रहें। हर सिचुएशन का साथ मिलकर सामना करें।
प्यार किसी ऐसे व्यक्ति को ढूंढने के बारे में नहीं है जिसके साथ आप रह सकें, बल्कि यह उस व्यक्ति को खोजने के बारे में है जिसके बिना आप अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते।