
How To Avoid Boredom In Relationship: पति-पत्नी का रिश्ता हो या फिर गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड का समय के साथ इसकी खूबसूरती कम होती जाती है। शुरुआत में जो उत्साह, फ्रेशनेस और दिल की धड़कनें होती हैं वे धीरे-धीरे भागदौड़ में कहीं खोने लगती है। प्यार वहीं होता है लेकिन उसका जादू थोड़ा फीका लगने लगता है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपका रिश्ता हमेशा उसी चमक के साथ रहें जो पहले दिन था तो जरूरी है कि इसमें नया रंग, नई एनर्जी और रोमांच जोड़ा जाए। फेमस रिलेशनशिप एक्सपर्ट और लेखक जवाल भट्ट ने रिश्ते में बोरियत ना आए इसे लेकर 3 सिंपल लेकिन असरदार टिप्स दिए हैं, जिसे आप भी फॉलो कर सकते हैं।
फेमस रिलेशनशिप एक्सपर्ट जवाल भट्ट ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट शेयर करके बताया कि कैसे अपने रिश्ते में आ रही बोरियत को दूर कर सकते हैं।
शादी के बाद या लंबे रिश्ते में रहने के बाद लोग एक-दूसरे को इंप्रेस करना बंद कर देते हैं। लेकिन यही वो चीज है जो रिश्ते में एक्साइटमेंट को जिंदा रखती है। जवाल भट्ट ने बताया कि आप चाहें गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड हो या फिर शादी हो चुकी हो। फ्लर्टिंग करना ना बंद करें। क्योंकि छेड़खानी रोमांटिक रिलेशनशिप को जिंदा रखती है।
कैसे करें-
कभी अचानक रोमांटिक मैसेज भेजें, कभी आंखों में आंखें डालकर कॉम्प्लिमेंट दें। फ्लर्टिंग एक दूसरे के लिए आपकी चाहत को जाहिर करने का सबसे आसान और प्यारा तरीका है।
जवाल भट्ट बताते हैं कि कपल को 24x7 बात नहीं करना चाहिए। इससे वो हमेशा एक दूसरे को लेकर अपडेट रहते हैं। जिससे मिलने का उत्साह कम हो जाता है। काम पर जाने के बाद के बाद और मिलने के बीच में इतना स्पेस होना चाहिए ताकि जब मिलें तो एक दूसरे के बारे में जानने के लिए बेचैनी अंदर बनी हो।
कैसे करें- दिन भर बातचीत करने की जगह कोई एक खूबसूरत जगह चुनें जब दोनों बिना किसी डिस्ट्रैक्शन के सिर्फ एक-दूसरे के साथ हों।
एक-दूसरे को हंसाना, फनी मीम्स शेयर करना, साथ में कॉमेडी फिल्म देखना या फिर चुटकुले सुनाना ये छोटी बातें बड़े रिलेशनशिप को मजेदार बनाने का काम करती है। रिसर्च भी कहती है कि जो कपल साथ में खुलकर हंसते हैं, उनका रिश्ता ज्यादा मजबूत और लंबा चलता है।
बोरिंग होने पर किसी रिश्ते को कैसे बचाएं?
अगर रिश्ते में नीरसता आ रही है तो सबसे पहले एक दूसरे से खुलकर बातचीत करें। रिश्ते में रोमांच लाने के लिए क्या-क्या कर सकते हैं उसपर बात करें और प्लानिंग करें। जरूरत पड़ने पर आप काउंसलर के पास भी जा सकते हैं।