LOVE और रिलेशनशिप के 5 नियम,सद्गुरु ने कहा- समझ गए तो नहीं टूटेगा कभी रिश्ता
रिलेशनशिप डेस्क.हवाओं में आज प्यार घुला हुआ है। पुराने और नए कपल्स वैलेंटाइन डे को सेलिब्रेट कर रहे हैं। प्यार के इस दिन में हम आपको बताने जा रहे हैं कि रिलेशनशिप से जुड़े पांच नियमों के बारे में जिसे जानकर आपकी जिंदगी और भी खूबसूरत हो जाएगी।
Nitu Kumari | Published : Feb 14, 2023 7:13 AM IST
प्यार के रिश्ते को कैसे मजबूत बना सकते हैं इसके बारे में ईशा फाउंडेशन के संस्थापक जगदीश वासुदेव उर्फ सद्गुरु ने बताया है। युवाओं के मन की उलझनों को सुलझाना ये जानते हैं। आइए जानते हैं उनके बताए 5 नियम।
प्यार में दें आजादी सद्गुरु कहते हैं कि सच्चा और आत्मीय प्यार वही है जिसमें आजादी हो। मतलब जो अपने पार्टनर को वह करने दे जो उसका मन चाहता है। प्यार में किसी को बंदी नहीं बनाएं, बल्कि प्यार आजादी का नाम है। लेकिन आज के दौर में कपल्स एक दूसरे को ओवरपावर करने की कोशिश करते हैं जिसकी वजह से रिलेशनशिप लॉन्ग नहीं चलता है।
रिश्ते बदलता है सद्गुरू बताते हैं कि कोई भी रिश्ता हमेशा एक जैसा नहीं होता है। यह परिवर्तनशील है। इसलिए रिलेशनशिप में बदलाव को लेकर एक्सेप्टेंस होना बहुत जरूरी है। रिलेशनशिप को बनाए रखने के लिए अटेंटिव और स्किल होने की जरूरत है। रिश्ते में बदलाव को स्वीकार करना जरूर है।
प्यार बनों सद्गुरू बताते हैं कि आप प्यार करने की जगह प्यार बनने की कोशिश करें। सामने वालों को प्यार देने की कोशिश करें। अपनी उम्मीदें लेकर बैठ जाएंगे तो जरूरी नहीं की वो हर बार पूरी हो। इससे आपको दुख होगा और सामने वाले को भी कि उसने आपकी उम्मीदों को पूरा नहीं किया। ऐसे में रिश्ते टूट जाएंगे। अच्छा है कि आप प्यार बनकर खुद भी और सामने वालों को भी खुश रखें। आप उसके खुशी का जरिया बन जाएंगे।
प्यार आखिरी सांस तक साथ होता है सद्गुरु कहते हैं कि प्यार किसी के जाने से खत्म नहीं होता है।यह आखिरी सांस तक आपके साथ रहता है। वो कहते हैं कि आप किसी दूसरे इंसान को इसे कंट्रोल करने का पावर देते हैं। जिससे आप प्यार को एन्जॉय नहीं कर पाते हैं। जो लोग इसे शेयर करते हैं उन्हें सबसे प्यारा रिलेशनशिप मिलता है।
कोई सही गलत नहीं होता है सद्गुरू बताते हैं कि लोग ऐसे इंसान का इंतजार करते हैं जो राइट हो। लेकिन इस नेमप्लेट वाला कोई नहीं होता है। यानी ना तो कोई राइट होता है ना ही रॉन्ग। राइट का इंतजार करने से अच्छा है कि आप खुद को व्यक्ति या सिचुएशन के लिए सूटेबल बनाएं।