
नवंबर-दिसंबर में अरुणाचल प्रदेश बर्फ से ढका रहता है। आप इस बार मेचुका वैली जा सकते हैं। यहां ठंड में तापमान माइनस डिग्री से नीचे चला जाता है। इसके अलावा इस घाटी में क्राउड भी अन्य जगहों के मुकाबले बहुत कम होता है। आप इस जगह पर पंचमुखी शिवा मंदिर, 400 साल पुराना योंगचा मठ और झरनों का दीदार कर सकते हैं।
कांगड़ा, शिमला, मनाली से हटकर आप कल्पा वैली जा सकती है। ये एक छोटा सा गांव है,जहां आबादी अन्य गांवों के मुकाबले कम है। नवंबर से फरवरी के बीच ये घाटी बर्फ की सफेद चादर से ढकी रहती है। पार्टनर और परिवार के साथ वक्त बिताने के लिए ये जगह बढ़िया रहेगी। अगर आप यहां आते हैं, तो महंगे होटल की बजाय टेड्रिशनल फूड और स्टे का मजा उठाएं।
जीरो वैली की खूबसूरती देख हर कोई दीवाना हो जाता है। ये समुद्र फीट से 1700 मीटर ऊंचाई पर है। यहां पर होने वाला म्यूजिक फेस्टिवल दुनियाभर में प्रसिद्ध है। अगर आप नॉर्थ ईस्ट कल्चर को पास से देखना और महसूस करना चाहते हैं तो ये जगह बढ़िया रहेगा।
समुद्र तल से लगभग 2,680 मीटर की ऊंचाई पर बसा चौपता तुंगनाथ-चंद्रशिला ट्रैक के लिए जाना जाता है। सर्दियों में यहां से हिमालय की चोटियां और खूबसूरत लगती है। आप चौखंबा, नंदा देवी जैसे शिखर इस जगह से साफ देखे जा सकता है। अगर आप कम बजट में बढ़िया एक्सपीरियंस चाहते हैं तो आ सकते हैं।
साउथ इंडिया की एक मात्र जगह लम्बसिंगी हैं, जहां सर्दियों में तापमान जीरो डिग्री के करीब होता है। इतना ही नहीं, यहां पर कभी-कभी बर्फबारी भी होती है। ये हिल स्टेशन नवंबर से जनवरी के बीच कोहरे की चादर ढक जाती है। आखिरी बार यहां पर बर्फबारी 2012 में हुई थी। अगर आप गुलाबी ठंड के साथ वादियों का मजा लेना चाहते हैं, तो यहां आ सकते हैं। ये सस्ता होने के साथ लेस क्राउडेड भी है।
छत्तीसगढ़ स्थित मैनपाट मिनी तिब्बत के नाम से जाना जाता है। यहां पर कड़ाके की सर्दी तो नहीं लेकिन गुलाबी ठंड जरूर पड़ती है। यहां पर धकपो शेडुपलिंग मठ, पार्पतिया व्यू प्वाइंट, टाइगर प्वाइट जैसी कई जगह है। इसके अलावा यहां पर छोटे-बड़े कई वाटरफॉल्स हैं, जिनका मजा उठाया जा सकता है। मैनपाट में दिसंबर से जनवरी तक ट्राइबल फेस्टिवल आयोजित किया जाता है, जो ट्रिप को एडवेंचर देगा।
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3,048 मीटर की ऊंचाई पर बसा तवांग स्वर्ग का दूसरा नाम है। यहां पर सेला पास और सेला झील पूरी तरह से जम जाती है। यहां पर एशिया का दूसरा सबसे बड़ा मठ तवांग मठ स्थित है। आप यहां बटर टी के साथ ट्रेडिशनल फूड और कल्चर का मजा उठा सकते हैं।
देवभूमि उत्तराखंड के चमोली जिले में पड़ने वाला लोहाजुंग गांव, ब्रह्मताल, अली बेदनी, बुग्याल ट्रेक का बेस कैंप है। यहां पर नंदा घाटी और त्रिशूल चोटियों का अद्भुत नजारा दिखता है। यहां दिन में धूप खिलती है तो रात में तापमान -28°C से नीचे चला जाता है।
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बिनसर, उत्तराखंड
अल्मोड़ा जिले में स्थित बिनरस की समुद्र तल से ऊंचाई 2,420 मीटर है। यहां से हिमालय का 360 डिग्री दृश्य दिखता है। अगर आप खुद के साथ सुकून के पल बिताना चाहते हैं तो यहां आ सकते हैं।
पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित खिर्सू शांत और हिडेन हिलस्टेशन है। यहां से आप नंदा देवी, त्रिशूल, पंचाचूली जैसी 300 से ज्यादा पर्वत चोटियां देख सकती हैं। गंडियाल देवी मंदिर, सेब के बागान और देवदार के जंगल आपको अलग सा सुकून देंगे।
भारत का सबसे ठंडा हिल स्टेशन कौन सा है?
सबसे ठंडा हिल स्टेशन लद्दाख में पड़ने वाला द्रास है। जहां तापमान माइनस 50 डिग्री तक चला जाता है। यहां रहना मुश्किल है, हालांकि सेना की निगरानी के लिए यहां केवल सेना के जवान रहते हैं।
सर्दियों में घूमने के लिए कौन सी जगह बढ़िया है?
सर्दियों में लेह-लद्दाख, कश्मीर, सोनमर्ग, गुलमर्ग, मनाली, मसूरी, औली, शिमला, तवांग, चोपता जैसी घूमने के लिए बढ़िया है।
भारत का सबसे सस्ता हिल स्टेशन कौन सा है?
सस्ते में हिल स्टेशन जाना है, माउंट आबू, कसौली, लैंसडाउन, मैक्लोडगंज घूम सकते है। ये बजट फ्रेंडली डेस्टिनेशन लिस्ट में आते हैं।
भारत में बर्फबारी कहां होती है?
आप नवंबर और दिसंबर की फर्स्ट स्नोफॉल का मजा लेना चाहते हैं, सोनमर्ग, गुलमर्ग, मनाली, रोहतांग पास, और हिमाचल प्रदेश स्थित नारकंडा जा सकते हैं। जिन जगहों पर नवंबर से अप्रैल तक सबसे लंबी अवधि में बर्फबारी होती है।