
Indus waters treaty: पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद, हर किसी को भारत की जवाबी कार्रवाई का इंतजार है। बीते दिन खबर आई थी सरकार ने सेनाओं को ऑपरेशन चलाने की खुली छूट दे दी है। वहीं, डर से कांप रहे पाकिस्तान को समझ नहीं आ रहा है, क्या करें। रात के ढेड़ बजे पाक के सूचना मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, उन्हें खुफिया सूचना मिली है, भारत 24-36 घंटे में बड़ा सैन्य ऑपरेशन कर सकता है। हालांकि ये कितना सच है कोई जानता।
गौरतलब है, बीते दिनों पड़ोसी मुल्क की इस कायराना हरकत पर भारत ने सख्त रवैया अपनाते हुए सिंधु नदी जल समझौता रद्द कर दिया था। जिससे तीन नदियों का पानी अब भारत अपने हिसाब से पाकिस्तान भजेगा। हालांकि क्या आप जानते हैं, इस वक्त भारत से होकर पाकिस्तान में कितनी नदियां बहती हैं? यदि नहीं जानते हैं तो आज जान लीजिए।
पाकिस्तान में भारत से होकर केवल सिंधु, झेलम और चिनाब नहीं जाती है। इसके अलावा रावी, ब्यास और सतलुज नदियां भारत से पाकिस्तान जाती हैं।
जिस तरह भारत के मैदानी इलाकों के लिए गंगा नगी वरदान है। ठीक उसी तरह पाकिस्तान में खेती के लिए सिंधु नदी लाइफलाइन कही जाती है। इस नदी से लगभघ 80 प्रतिशत खेती जाती है। जिससे 24 करोड़ लोग जीवन यापन करते हैं। सिंधु नदी का उद्गम तिब्बत के मानसरोवर के पास हुआ। ये जम्मू कश्मीर होते हुए पाकिस्तान चली जाती है। आखिर में अरब सागर में मिल जाती है।
सिंधु के अलावा पाकिस्तान की मुख्य नदियों में झेलम और चिनाब का नाम आता है। अगर झेलम नदी की बात करें तो ये जम्मू-कश्मीर से शुरू होकर पाकिस्तान के पंजाब तक बहती है। जबकि चिनाब नदी हिमाचल प्रदेश के लाचुला दर्रे से निकलकर पाकिस्तान में प्रवेश करती है। बता दें, झेलम का उद्गम स्थल जम्मू-कश्मीर स्थित अनंतनाग जिले से हुआ है।
बहुत कम लोग जानते हं हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले से निकलने वाल रावी नदी पाकिस्तान जाती है। ये हिमाचल, पंजाब होते हुए पाकिस्तान की ओर बहती है और आखिर में चेनाब से मिल जाती है। पाकिस्तानी में रावी को लाहौर नदी भी कहा जाता है।
पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में ब्यास नदी भी बहती है। ब्यास नदी का उद्गम स्थल हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के रोहतांग दर्रे के पास हुआ है। ये पंजाब से होते हुए सतलज में मिलती है, फिर पाकिस्तान जाती है। वहीं, सतलज नदी की बात करें तो ये तिब्बत के राक्षसताल से निकलती है और हिमाचल प्रदेश, पंजाब से होते हुए पाकिस्तान में प्रवेश करती है।