World Highest Railway Station: यह स्टेशन समुद्र तल से 5,068 मीटर की ऊंचाई पर है। यहां ऑक्सीजन की कमी के कारण यात्रियों को ट्रेनों में ऑक्सीजन मास्क दिए जाते हैं। जानिए इस स्टेशन की खासियतें।
ट्रेन में खिड़की वाली सीट पर बैठकर सफर करने का मजा ही कुछ और है। लेकिन दुनिया के सबसे ऊंचे स्टेशन पर सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। यहां यात्रियों को प्लेन की तरह ऑक्सीजन मास्क की जरूरत पड़ती है।
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बादलों के ऊपर ट्रेन का सफर
दुनिया का सबसे ऊंचा तंगगुला रेलवे स्टेशन तिब्बत के आमदो काउंटी में है। यह समुद्र तल से 5,068 मीटर (16,627 फीट) की ऊंचाई पर है। यह स्टेशन किन्हाई-तिब्बत रेलवे लाइन पर स्थित है।
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एडवेंचर से भरा सफर
जैसे प्लेन में इमरजेंसी के लिए ऑक्सीजन मास्क होते हैं, वैसे ही इस रूट की ट्रेनों में भी होते हैं। ऑक्सीजन लेवल कम होने के कारण हर सीट पर ऑक्सीजन मास्क दिया जाता है। यह सफर काफी एडवेंचरस होता है।
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पूरी तरह से ऑटोमेटिक सिस्टम
यह स्टेशन पूरी तरह से ऑटोमेटिक है और यहां कोई स्टाफ नहीं है। 1 जुलाई 2006 को शुरू हुए इस स्टेशन का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है। यह 1.25 किलोमीटर लंबा है।
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यात्रियों के लिए एंट्री बैन
पहले यहां पैसेंजर ट्रेनें नहीं रुकती थीं। अब यह एक टेक्निकल स्टॉप है, लेकिन यात्रियों को यहां उतरने या चढ़ने की इजाजत नहीं है।
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हिमालय की पर्वत श्रृंखला
यात्रियों की सेहत को ध्यान में रखकर यह नियम बनाया गया है। जब ट्रेन रुकती है, तो यात्री खिड़कियों से हिमालय के खूबसूरत नजारों का मजा ले सकते हैं।
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भारत का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन
भारत का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल में घूम है, जो दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे पर है। यह समुद्र तल से 2,258 मीटर (7,407 फीट) की ऊंचाई पर एक फेमस टूरिस्ट स्पॉट है।