
लाइफस्टाइल डेस्क. घर के बेडरूम में अगर वास्तु दोष हो तो निगेटिव एनर्जी पैदा होती है। इसकी वजह से शादीशुदा जिंदगी में झगड़ा बढ़ जाता है। आर्थिक संकट के साथ-साथ सेहत से जुड़ी परेशानियां भी सामने आने लगती है। वास्तु शास्त्र के जरिए हम अपने बेडरूम से नकारात्मक ऊर्जा खत्म कर सकते हैं। बस हमें कुछ खास चीजों का ध्यान रखना होगा। आइए जानते हैं वास्तु के अनुसार बेडरूम कैसे होना चाहिए।
बेडरूम में आप 7 से 9 घंटे बिताते हैं। यानी इससे वास्तु का सीधा प्रभाव आप पड़ता है। इसलिए वास्तु के नियमों पालन करना चाहिए। इन नियमों में सबसे पहला नियम है बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में हो।
बेडरूम को हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इसके सात ही इसी कोने में बेड भी रखना चाहिए।
-अगर आपने अपना बेड दक्षिण-पूर्व दिशा में रखा है जो कि वास्तु के अनुसार गलत होता है। इससे आपको ठीक से नींद नहीं आएगी। आप तनाव में रहेंगे और गुस्सा जल्दी आएगा।
- बेडरूम में पूजा घर नहीं बनाना चाहिए। इतना ही नहीं अगर इस कमरे में चालीसा, धर्मग्रंथ या फिर कोई धार्मिक किताब रखी हो तो उसे भी हटा देना चाहिए।
- बेडरूम में अगर दर्पण रखते हैं तो इसे बेड के सामने मत रखिए।
- बेडरूम की दीवारों पर टूट-फूट या दरार नहीं होनी चाहिए। अगर होता है तो इसे तुरंत ठीक करा लेना चाहिए। टूटी दीवार परेशानियों को लेकर आते हैं।
-बेडरूम में भूलकर भी हिंसा से भरी तस्वीरें नहीं लगानी चाहिए। आक्रामक जानवर या प्राणियों की तस्वीर बिल्कुल ना लगाए। देवी-देवताओं की भी क्रोधित मुद्रा की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। इससे पति-पत्नी के बीच लड़ाई होती है।
-बेडरूम में बेड के सिर वाले साइड में दीवार पर घड़ी या फोटो फ्रेम ना लगाएं। इससे सिर में दर्द होता है।
-बेडरुम को सजाने के लिए प्रेम को दर्शाने वाली या नेचर से भरपूर तस्वीरें लगानी चाहिए जो आंखों को सुकून देती हो। इससे मन की शांति बनी रहती है।
-बेडरूम को हल्के रंग जैसे गुलाबी, आसमानी रंग से पेंट कराएं।
-बेडरूम में पार्टनर के साथ बहस करने से बचें। यहां सिर्फ जीवनसाथी से अच्छी और प्यार भरी बातें करें।
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