रामनवमी की हिंसा के बाद खरगोन के हालात अब सामान्य होने लगे हैं, लेकिन प्रशासन किसी तरह की चूक नहीं चाहता है। इसलिए ईद और परशुराम जयंती के दिन पूरे दिन कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया है। यहां 10 अप्रैल को हुई हिंसा में कई पुलिसकर्मी समेत कई लोग घायल हुए थे।
खरगोन। ईद (EID 2022) और परशुराम जयंती (Parshuram Jayanti 2022)पर किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हो, इसके लिए मध्यप्रदेश के खरगोन (Khargone) में 2 और 3 मई को कर्फ्यू रहेगा। ईद की नमाज के लिए भी प्रशासन ने छूट नहीं दी है। खरगोन के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (ADM)सुमेर सिंह मुजालदा ने बताया कि "ईद की नमाज घर पर ही अदा की जाएगी। साथ ही अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती पर जिले में किसी भी कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति नहीं दी गई है। एडीएम ने बताया कि आज सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे के बीच छूट दी जाएगी। एडीएम ने कहा- आदेश पारित किया गया है कि दुकानें खुली रहेंगी और परीक्षा देने वाले छात्रों को पास दिया जाएगा। हालांकि, शर्तों की मांग होने पर निर्णय बदले जा सकते हैं।
रामनवमी हिंसा के बाद एहतियात
10 अप्रैल को राम नवमी (Ram Navami) की शोभायात्रा पर खरगोन में पथराव हुआ था। इसके बाद से इलाके का माहौल खराब है। तब से इस शहर में कर्फ्यू लगा हुआ है। हालांकि, धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हालातों के चलते अब दिन में छूट दी जाने लगी है, लेकिन अभी भी गड़बड़ी की आशंका बनी हुई है। बताया जाता है कि कुछ संगठनों ने रामनवमी का बदला ईद पर लेने जैसी बातें कही थीं, जिसके बाद प्रशासन अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था में लगा है। इसी को देखते हुए जिला प्रशासन ने यहां त्योहारों के दौरान कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी किया है।
10 अप्रैल को भड़की थी हिंसा
10 अप्रैल को भड़की हिंसा में पुलिस कर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए थे, जब जुलूस के दौरान लोगों के समूहों ने एक-दूसरे पर पथराव किया था। जुलूस की शुरुआत में पथराव शुरू हो गया, जिसमें एक पुलिस निरीक्षक सहित लगभग चार लोग घायल हो गए। उस दिन के बाद से खरगोन में तनाव है। बड़वानी के सेंधवा में भी 10 अप्रैल को जूलूस के दौरान भी पथराव हुआ था। यहां भी माहौल बिगाड़ा गया, लेकिन प्रशासन ने तत्काल सख्ती करते हुए हालात को काबू किया।