CM शिवराज का फैसला: वैक्सीन लगने के बाद ही सरकारी ऑफिस में एंट्री, बिना मास्क वाले जेल में रहेंगे

बता दें कि राजधानी भोपाल-इंदौर में सबसे ज्यागा कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं। शनिवापर को इंदौर में सबसे ज्यादा 737 संक्रमित मिले। भोपाल में 536, जबलपुर में 224 और ग्वालियर में 120 संक्रमित सामने आए हैं।

Asianet News Hindi | Published : Apr 4, 2021 7:45 AM IST / Updated: Apr 04 2021, 02:06 PM IST

इंदौर. मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। राज्य सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी यहां कोरोना आउट ऑफ कंट्रोल होता जा रहा है। दूसरी लहर की जो तस्वीर सामने आ रही हैं वह बेहद डरावनी हैं। सीएम शिवराज ने विशेषज्ञों, चिकित्सकों और अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग कर मौजूदा हालात पर समीक्षा बैठक की। जिसमें सीएम ने कई अहम और सख्त फैसले लिए।

वैक्सीन सर्टिफिकेट या फोटो के बाद ऑफिस में एंट्री
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर के मंडी आयुक्त, नगर निगम प्रभारी, जिला कमिश्नर और कलेक्टर को सख्त लहजे में कहा कि 45 साल से उम्र के ज्यादा के लोगों को तभी सरकारी दफ्तरों में प्रवेश मिल सकेगा, जब वह वैक्सीन लगवा ले। नहीं दो बिना डोज लेने वालों को एंट्री नहीं दी जाएगी। साथ ही इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इसके लिए सरकारी कर्मचारियों को वैक्सीन लगवाने का सर्टिफिकेट या फोटो दिखाना होगा। नहीं तो वह अपने ऑफिस नहीं आ पाएंगे। बता दें कि यह नियम सोमवार के दिन से लागू हो जाएगा।

बिना मास्क वालों को जेल में डाला जाएगा
इतना ही  नहीं सीएम ने कहा कि भोपल-इंदौर में मास्क लगाने और डिस्टेंसिंग के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद भी अगर कोई बिना मास्क के पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उसे कुछ समय के लिए ओपन जेल में रखा जाएगा। साथ ही उस पर उसकी आर्थिक क्षमता के हिसाब से जुर्माना भी लगाया जाएगा। 

सीएम खुद लोगों को लगाएंगे मास्क
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के लिए खुद भोपाल में सोमवार-मंगलवार को सड़कों पर उतरेंगे और चौराहों पर लोगों को रोककर समझाएंगे। सीएम ने कहा कि मेरे अलावा सभी  मंत्री, विधायक और सांसद समेत अन्य जनप्रतिनिधि इस अभियान को अपने-अपने क्षेत्रों में चलाएंगे। साथ हर युवक को यह सुनिश्चित करे कि वह मास्क पहनकर ही अपने घर से बाहर कदम रखे। अपने लिए नहीं तो कम से कम अपने परिवार के बारे में सोचे।

गरीबों का मुफ्त होगा कोरोना का इलाज
सीएम ने सभी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि गरीब लोगों का इलाज मुफ्त में किया जाए। उनसे किसी प्रकार का कोई पैसा नहीं वसूला जाएगा। वह आयुष्मान कार्ड के आधार पर फ्री में इलाज करा सकते हैं। साथ ही सीएम ने कहा कि इंदौर बिगड़ते हालात को देखते हुए 10 हजार  बेड्स की व्यवस्था कर ली गई है। साथ ही निजी अस्पतालों में बेड्स  की संख्या बढ़ाने आदेश दे दिए हैं।

राज्यों की सीमा की गईं सील
बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ से लगी राज्य की सीमाएं सील कर दी हैं। अब यहां की बसे मध्य प्रदेश में एंट्री नहीं कर पाएंगी। नई गाइडलाइन के मुताबिक सिर्फ आपातकालीन आवाजाही ही हो सकेगी। या फिर मालवाहक, आवश्यक सेवा के वाहन आ जा सकेंगे। बता दें कि महाराष्ट्र से सटे जिलों को पहले ही बंद कर दिया गया था।
 

कोविड केयर सेंटर बनाने का फैसला
बता दें कि राजधानी भोपाल-इंदौर में सबसे ज्यागा कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं। शनिवापर को इंदौर में सबसे ज्यादा 737 संक्रमित मिले। भोपाल में 536, जबलपुर में 224 और ग्वालियर में 120 संक्रमित सामने आए हैं। यानि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में करीब 3,000 मामले आए हैं। प्रदेश में एक्टिव केस का आंकड़ा भी 20 हजार 369 तक पहुंच गया है। सरकार का कहना है महीने के आखिरी तक कोरोना की तस्वीर बेहद डरावनी होगी। क्योंकि जब तक महामारी अपने पीक तक पहुंच जाएगी। बिगड़ते हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने फिर से कोविड केयर सेंटर बनाने का फैसला किया है।

Share this article
click me!