मप्र के 9 जिलों को किया गया लॉकडाउन, किसी भी व्यक्ति को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं

मध्य प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस का पहला मामला आया। इस दिन चार लोग जबलपुर शहर में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। इनमें दुबई से लौटे एक परिवार के तीन सदस्य और जर्मनी से वापस आया एक व्यक्ति शामिल है। इसके मद्देनजर मध्यप्रदेश सरकार ने एहतियात तौर पर भोपाल एवं जबलपुर सहित नौ जिलों को लॉकडाउन कर दिया है।

Asianet News Hindi | Published : Mar 22, 2020 2:45 PM IST

भोपाल. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रविवार को 26 वर्षीय एक छात्रा कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई है। यह भोपाल में कोविड—19 का पहला मामला है। इसी के साथ मध्यप्रदेश में इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ कर पांच हो गई है।

9 जिलों को किया गया लॉकडाउन

मध्य प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस का पहला मामला आया। इस दिन चार लोग जबलपुर शहर में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। इनमें दुबई से लौटे एक परिवार के तीन सदस्य और जर्मनी से वापस आया एक व्यक्ति शामिल है। इसके मद्देनजर मध्यप्रदेश सरकार ने एहतियात तौर पर भोपाल एवं जबलपुर सहित नौ जिलों को लॉकडाउन कर दिया है। इन दोनों जिलों के अलावा, सात अन्य जिलों सिवनी, बालाघाट, बैतूल, ग्वालियर, छिन्दवाड़ा,रतलाम और नरसिंहपुर को भी लॉकडाउन किया गया है।

भोपाल 72 घंटों के लिए लॉकडाउन

इन नौ जिलों में से नरसिंहपुर में 14 दिनों तक शटडाउन रहेगा, जबकि भोपाल में तीन दिन यानी 72 घंटे का लॉकडाउन किया गया है और बाकी सात जिलों को दो या तीन दिनों तक बंद किया जाएगा। इसके अलावा, अत्यावश्यक सेवा से जुड़े अमले को छोड़कर प्रदेश के समस्त शासकीय कार्यालयों एवं शासकीय संस्थाओं में कार्यरत अमले को अस्थाई रूप से 31 मार्च तक अपना कार्यालयीन कार्य अपने निवास स्थान से करने के आदेश जारी किये हैं।

लंदन से भोपाल लौटी थी कोरोना से संक्रमित लड़की

भोपाल के कलेक्टर तरूण कुमार पिथोडे ने बताया, 'भोपाल में रविवार को एक लड़की कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई । वह तीन दिन पहले लंदन से भोपाल लौटी थी। वह लंदन में लॉ में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही है और 17 मार्च को लंदन से दिल्ली पहुंची। उसके बाद 18 मार्च को वह भोपाल आई।' उन्होंने कहा कि इस लड़की के नमूने कल जांच के लिए भेजे गए थे और जांच में उसके संक्रमित होने का पता चला है। उन्होंने कहा कि इस लड़की को शहर के एक अस्पताल में पृथक वार्ड में रखा गया है।

लॉक डाउन के समय क्या क्या होगा ?

पिथोडे ने बताया कि इस महिला के घर एवं आसपास के इलाके को भी सैनिटाइज कर दिया गया है। इस लड़की के माता—पिता को भी पृथक रहने को कहा गया है। उन्होंने कहा ‘‘स्थिति को देखते हुए भोपाल जिले में तत्काल प्रभाव से लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। यह लॉकडाउन 24 मार्च की रात्रि 12 बजे तक रहेगा। इसमें किसी भी व्यक्ति को अपने घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। जिले की सभी सीमाएं सील की गई हैं। किसी भी माध्यम सड़क एवं रेल से जिले की सीमाओं में बाहरी लोगों का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है।’’ इससे पहले मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोत बताया कि प्रदेश के चार सात जिलों जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, बैतूल, ग्वालियर, छिन्दवाड़ा और नरसिंहपुर को शनिवार से लॉकडाउन किया गया है।

एमपी में पहले से ही बंद हैं ये सभी चीजें

मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के तहत स्कूल, कालेज, सिनेमा हॉल, संग्रहालयों, नेशनल पार्क, टाइगर रिजर्व और मॉल को पहले ही बंद कर दिया गया है। वहीं मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र व राजस्थान के बीच बस सेवा को भी 31 मार्च तक स्थगित कर दिया गया है। इसके अलावा, कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए मध्यप्रदेश में स्थित दो प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों ... ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर 31 मार्च तक प्रतिबंध लगाया गया है।

जनता कर्फ्यू का एमपी में दिखा बड़ा असर

इसी बीच, मध्यप्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से चर्चा कर उन्हें निर्देश दिया कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए प्रदेश में पर्याप्त सतर्कता रखी जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश में आवश्यकता अनुसार तब तक सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करते हुए पूर्णत: बंद रखा जाए, जब तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में नहीं आ जाती है। कमलनाथ ने आम जनता से भी आह्वान किया कि वे स्वेच्छा से अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद करके अपने घरों में रहें, सामाजिक समारोहों का आयोजन न करें तथा यात्राएँ न करें ताकि कोरोना वायरस की महामारी को प्रदेश में फैलने से रोका जा सके।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित ‘जनता कर्फ्यू’ के मद्देनजर मध्यप्रदेश की सड़कें रविवार सुबह से सुनसान रहीं और सार्वजिक स्थलों पर सन्नाटा रहा।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(प्रतीकात्मक फोटो)

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