चुनाव आयोग ने डबरा विधानसभा सीट से बीजेपी की प्रत्याशी इमरती देवी के विवादित बयानबाजी को लेकर शनिवार देर रात यह आदेश दिया है। जिससे वह आखिरी दिन न तो कोई जनसभा कर पाएंगी और ना ही किसी रैली को संबोधित करेंगी।
डबरा/भोपाल, मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए रविवार शाम 6 बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा। आज आखिरी दिन प्रदेश की दोनों ही बड़ी पार्टियां भाजपा और कांग्रेस मुद्दों का आखिरी दांव चलेंगी। इस बीच चुनाव आयोग ने उपचुनाव की सबसे चर्चित चेहरा शिवराज सरकार की महिला मंत्री के लिए एक फरमान जारी किया है। जहां उनको आखिरी दिन खामोश रहना पड़ेगा, यानि वह वोटरों के पास जाकर वोट नहीं मांग पाएंगी।
आखिरी दिन इमरती देवी को रहना होगा खामोश
दरअसल, चुनाव आयोग ने डबरा विधानसभा सीट से बीजेपी की प्रत्याशी इमरती देवी के विवादित बयानबाजी को लेकर शनिवार देर रात यह आदेश दिया है। जिससे वह आखिरी दिन न तो कोई जनसभा कर पाएंगी और ना ही किसी रैली को संबोधित करेंगी।
इस वजह से प्रचार नहीं कर पाएंगी इमरती देवी
बता दें कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इमरती देवी को लेकर आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल करते हुए उनको आइटम कर डाला था। इसी दौरान एक रैली ने इमरती देवी ने भी भरे मंच से कमलनाथ के परिवार और उनकी बहन बेटी पर विवादित बयान दिया था। हालांकि बाद में इमरती देवी ने चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देते हुए सारे आरोपों को नकार दिया था।
कमलनाथ से भी छिन गया स्टार प्रचार का दर्जा
कमलनाथ को अपने विवादित बयान के चलते चुनाव आयोग की तरफ से बड़ी कार्रवाई भी झेलनी पड़ गई। जहां आयोग ने उनपर एक्शन लेते हुए कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लीन लिया गया। जिसके चलत वह आखिरी दो दिन पार्टी के खर्चे पर चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे। हालांकि कमलनाथ ने बाद में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
एमपी उपचुनाव में विवदित बयानों की भरमार
मध्य प्रदेश उपचुनाव में भाषा की मर्यादा खोने और विवदित बयानों की भरमार रही है। जहां बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही पार्टी के नेताओं ने आदर्श आचार संहिता की बार-बार उल्लंघन किया गया। जिसको लेकर चुनाव आयोग को लेकर लगातार शिकायतें आ रही थीं।