कोरोना मरीज की डिमांड..लंच में नॉन वेज ही खाऊंगा, दाल चावल से जबड़े दुखते हैं, मुझे तो बोटी ही चाहिए

कोरना पीड़ित मरीज कहता है कि 'मुझे तो खाने में दाल-चावल नहीं चाहिए, इसमें उसका पेट नहीं भरता है। इतना ही नहीं इनको खाने से उसके  जबड़े दुखते हैं, इसलिए मुझे बोटी ही चाहिए, जब तक मैं रोज बोटियां न चूस लूं, मैं चैन से नहीं रह सकता हूं।

भोपाल. पूरा देश कोरोना के खौफ में जी रहा है। संक्रमित मरीज अस्पताल में यही दुआ कर रहे हैं कि वो जल्द से जल्द ठीक होकर घर चले जाएं। लेकिन इसी बीच राजधानी भोपाल से एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां एक मरीज खाने में नॉन वेज की डिमांड कर रहा है।

मुझे चिकन मुर्गा और मछली तंदूरी चाहिए
दरअसल, खाने में अजीब डिमांड करने वाले इस शख्स का नाम सईद भोपाली है। वह शहर की एक निजी अस्पताल में भर्ती है। वो लंच में दाल चावल की जगह चिकन-मुर्गा की मांग कर रहा है। उसकी इस डिमांड की वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, 
जिसमें वह मेडिकल स्टॉफ के सामने मटन खाने की जिद कर रहा है।

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दाल-चावल खाने से युवक के दुखते हैं जबड़े 
वीडियो में कोरना पीड़ित मरीज कहता है कि 'मुझे तो खाने में दाल-चावल नहीं चाहिए, इसमें उसका पेट नहीं भरता है। इतना ही नहीं इनको खाने से उसके  जबड़े दुखते हैं, इसलिए मुझे बोटी ही चाहिए, जब तक मैं रोज बोटियां न चूस लूं, मैं चैन से नहीं रह सकता हूं।

युवक बोला- आप नहीं दे सकते तो घर जाने दो
जानकारी के मुताबिक, खुद को सईद भोपाली बताने वाला यह मरीज शहर के दिलकुशा बाग का रहने वाला है। उसने डॉक्टरों से कहा-में अस्पताल के खाने की बुराई नहीं कर रहा हूं। लेकिन, मैं बीमारों वाला यह खाना अब नहीं खाऊंगा, अगर आप लोग मुझे मेरी मनपसंद का खाना नहीं दे सकते तो छोड़ दो, मैं घर जाकर खा लूंगा।  जहां पर में नट बोल्ट चाहिए या चिकन-मुर्गा, मछली तंदूरी खाऊंगा।

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