मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य की जनता से सलाह मांगी है कि प्रदेश को आखिर कैसे अनलॉक किया जाए। सीएम कहा 'मेरे प्रिय भाइयों-बहनों, भांजे-भांजियों, #COVID19 के विरुद्ध मध्यप्रदेश जीत की ओर तेजी से अग्रसर है। जीवन को पटरी पर लाने के लिए 1 जून से हम अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ कर रहे हैं।
भोपाल. मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट आ रही है। वहीं साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर की प्रतिशत भी कम हो गई है। इसी अच्छी खबर के बीच राज्य सरकार 1 जून से प्रदेश में अनलॉक की प्रक्रिया को लेकर तैयारी में जुटी हुई है। लेकिन प्रशासन उलझा हुआ कि लॉकडाउन कैसे खत्म किया जाए? क्या एकदम से पूरी तरह सारे प्रतिबंध खत्म कर दिए जाएं, या फिर धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से अलग-अलग जिलों को खोला जाए।
इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य की जनता से वॉट्सएप पर सलाह मांगी है। सीएम ने कहा कि अगर किसी के पास कोई बेहतर सुझाव हो तो वह सुझाव दे सकता है।
सीएम शिवराज ने आम जनता से मांगे सुझाव
सीएम शिवराज ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए प्रदेश के लोगों से सलाह मांगते हुए कहा कि 'मेरे प्रिय भाइयों-बहनों, भांजे-भांजियों, #COVID19 के विरुद्ध मध्यप्रदेश जीत की ओर तेजी से अग्रसर है। जीवन को पटरी पर लाने के लिए 1 जून से हम अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ कर रहे हैं। अनलॉक करने की प्रक्रिया के लिए आपके सुझाव सादर आमंत्रित हैं।
इन तीन तरीकों से सीएम को भेजिए सलाह
सीएम ने अपने ट्वीट के जरिए प्रदेश के आम लोगों को सुझाव भेजने के तीन रास्ते बताए हैं। जिन्हें जनता 31 मई, 2021 तक भेज सकती है। सबसे पहले आप covid19.homemp@gmail.com के माध्यम से अपने अमूल्य विचार हमसे साझा कर सकते हैं। दूसरा आप mp.mygov.in पोर्टल के जरिए भी अपनी सलाह दे सकते हैं। वहीं तीसरे तरीके में आप +91-909 815 1870 नंबर पर वॉट्सएप मैसेज करके भी अपना सुझाव भेज सकते हैं।
सीएम ने इन मंत्रियों की बनाई कमेटी
बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार अनलॉक की प्रक्रिया को लेकर प्लानिंग कर रही है। इस टीम में राज्य के कुछ मंत्रियों की कमेटी बनाई गई है। जो प्रदेश के सभी जिलों को एक साथ और धीरे-धीरे खोलने पर अपने सुझाव देंगे। इस कमेटी में गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, कृषि मंत्री कमल पटेल, मंत्री मीना सिंह मांडवे, मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह सिसोदिया, मंत्री डॉ. अरविंद भदौरिया, मंत्री हरदीप सिंह डंग और मंत्री सुरेश धाकड़ शामिल हैं।