मौज-मस्ती करती हुई लड़की जब तालाब किनारे सेल्फी लेने लगी तो नुज्जत फैर फिसल गया और वह डूब गई। उसे बचाने के चक्कर में चक्कर में एक के बाद एक 6 लड़कियां और महिलाएं तालाब में कूदती गईं।
देवास (मध्य प्रदेश). सेल्फी का क्रेज लोगों में कुछ इस कदर छाया हुआ है कि वह अपनी जान तक की परवाह नहीं करते। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला हादसा एमपी के देवास में हुआ, जहां सेल्फी लेने के चक्कर में 7 लड़कियां और महिलाएं तालाब में डूब गईं। वहीं एक नाबालिग बच्ची की मौत हो गई। बता दें कि मारी गई बच्ची लॉकडाउन के बाद वह पहली बार अपने घर से निकलकर कहीं बाहर गई थी। लेकिन उसे क्या पता था कि यह वह घर से निकलेगी और इस जिंदगी को अलविदा कह जाएगी।
एक-एक करके 6 लड़कियां तालाब में कूदती गईं
दरअसल, यह हादसा देवास जिले में खटाम्बा गांव के पास बने एक तालाब में हुआ। जहां इंदौर में सावेंर इलाके की रहने वाली आठवीं की छात्रा नुज्जत की मौत हो गई। बता दें कि मौज-मस्ती करती हुई लड़की जब तालाब किनारे सेल्फी लेने लगी तो नुज्जत फैर फिसल गया और वह डूब गई। उसे बचाने के चक्कर में चक्कर में एक के बाद एक 6 लड़कियां और महिलाएं तालाब में कूदती गईं। उनमें से 6 को तो मौके पर मौजूद मछुआरे और चरवाहे ने बचा लिया, लेकिन नज्जुत को नहीं बचाया जा सका।
लॉकडाउन के बाद घर से निकली और हो गई मौत
मिली जानकारी के मुताबिक, नुज्जत सोमावार को अपनी फूफी रूखसाना और अन्य गांव की छह महिला और लड़कियां के साथ पिकनिक मानने के लिए गई थी। जहां सभी घूमते-घूमते खटाम्बा गांव से जंगल की तरफ डेढ़ किलोमीटर दूर राजानल तालाब पहुंच गईं। जहां सभी एक दूसरे के साथ फेटो खिंचवाने लगीं और यह हादसा हो गया। नुज्जत लॉकडाउन के बाद पहली बार घूमने के लिए फूफी के यहां आई थीं। पिकनिक का प्लान बनाया और हादसा हो गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए आई NDRF की टीम
हादसे की जानकारी लगते ही बीएनपी थाना पुलिस मौके पर पहुंची, गोताखोरों और ग्रामीणों ने तालाब में मृतक नज्जुत की तलाश शुरू की। लेकिन अंधेरा हो जाने के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया। मंगलवार सुबह एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू के लिए पहुंची जहां करीब 10 बजे बच्ची का शव बरामद किया गया।