इस बार की Eid अलग तरह की: लॉकडाउन में ऑनलाइन बिक रहे बकरे, जानिए किस तरह बिन देखे लग रही कीमत

 हिंदुस्तान में बकरीद का त्योहार एक अगस्त को मनाया जाएगा। कोरोना के कहर के चलते इस बार का यह त्यौहार कुछ अलग तरह से मनाया जाएगा। इस बार कुर्बानी के बकरे ऑनलाइन बिक रहे हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Jul 30, 2020 10:22 AM IST / Updated: Jul 30 2020, 03:53 PM IST

भोपाल. डिजिटल इंडिया में ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड ज्यादा बढ़ रहा है। घर बैठ-बैठे इंसान अपनी जरूरत का सारा सामन खरीद लेता है। इसी बीच कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते राजधानी भोपाल में अब बकरे भी ऑनलाइन बिक रहे। बता दें कि 1 अगस्त को कुर्बानी का त्योहार यानी बकरीद मनाई जाएगी।

ऑनलाइन हो रही बकरों की खरीद-फरोख्त
दरअसल, शिवराज सरकार ने शहर में 10 दिन का टोटल लॉकडाउन किया हुआ है। जिसके चलते बाजार खुलने और बिना काम के लोगों के निकलने पर मनाही है। अब ऐसे में मुस्लिम समाज के लोगों को बकरीद पर बकरे कुर्बानी देने की परेशानी हो रही है। ना तो कोई खरीद पा रहा है और ना ही कोई बेच पा रहा है। ऐसे में बकरों की खरीद-फरोख्त भी ऑनलाइन हो रही है।

इस तरह होती है बकरों की ऑनलाइन शॉपिंग
बता दें कि ऐसे में बकरे को बेचने और खरीदने वालों ने वाट्सऐप ग्रुप बनाए हुए हैं। जिस पर बकरे की फोटो और वीडियो बनाकर डाला जाता है। साथ ही वह उसकी कीमत भी डाल देते हैं। जिस किसी को लेना होता है वह फोन कर घर से उस बकरे को खरीदकर ले जाता है। पुराने भोपाल के रहने वाले बकरे के व्यपारी बंटी का कहना है कि मैंने अभी तक पिछले तीन से चार दिन में 32 से 33 बकरे ऑनलाइन बेच दिए हैं। मेरे पास 40 बकरे थे, जिसमें अब 7 ही बचे हैं। 

जिनके पास स्मार्टफोन वह खरीद सकते हैं बकरे
बकरों की इस ऑनलाइन खरीद-फरोख्त में कई तरह की परेशानी भी हो रही हैं। व्यपारियों का कहना है कि बाजार में कई तरह की किस्म के बकरे आते हैं, जो लोग हर तरह का खरीददार ले जाता है। लेकिन ऑनलाइन खरीदी वही कर सकता है जिसके पास स्मार्टफोन है। जिन लोगों के पास यह व्यवस्था नहीं है वो बकरे नहीं खरीद पा रहे हैं।

ऑनलाइन खरीदी देना पड़ रहे ज्यादा पैसे
बकरे खरीददार आरिफ ने बताया कि ऑनलाइन में बकरे अच्छे से नहीं दिख पाते हैं। वह कौन सी किस्म का है, उसकी हालत कैसी है, वो कितने साल है, ऐसी कई तरह की परेशानी होती है। इसके अलावा बेचने वाला कई बार गलत जानकारी भी डाल देता है, जो पास पहुंचे पर गलत निकलती है। साथ ही ऑनलाइन बकरा खरीदना बजार की अपेक्षा महंगा पड़ता है। क्योंकि यहां पर खरीदने वाले के लिए सीमित विकल्प होते हैं।

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