उमा भारती का ऐलान: MP में शुरू करने जा रहीं ये बड़ा अभियान, शिवराज सरकार को लगेगा झटका

उमा भारती पिछले कुछ दिनों से आए दिन प्रदेश में शराबंदी के लेकर बयान दे चुकी हैं। उनके ही विरोध के बाद ही राज्य सरकार को नई शराब की दुकानों के प्रस्ताव पर ऑर्डर रद्द करके मुंह की खानी पड़ी थी। इतना ही नहीं वो भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से शराब बंद करावाने की अपील कर चुकी हैं।

Asianet News Hindi | Published : Feb 3, 2021 12:31 PM IST / Updated: Feb 03 2021, 06:14 PM IST

भोपाल, मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार की पिछले कुछ दिनों से शराब को लेकर किरकिरी हो रही है। लेकिन अब पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक कमद बढ़ते हुए राज्य सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से एक ऐलान किया है कि वह 8 मार्च से वह शराबबंदी और नशामुक्ति के खिलाफ अभियान शुरू करेंगी।

शिवराज सरकार को रद्द करने पड़े नई दकानों के ऑर्डर
दरअसल, उमा भारती पिछले कुछ दिनों से आए दिन प्रदेश में शराबंदी के लेकर बयान दे चुकी हैं। उनके ही विरोध के बाद ही राज्य सरकार को नई शराब की दुकानों के प्रस्ताव पर ऑर्डर रद्द करके मुंह की खानी पड़ी थी। इतना ही नहीं पहले भी उमा भारती भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भाजपा शासित राज्यों में शराब बंद करावाने की अपील कर चुकी हैं।

महिला दिवस पर शराबबंदी की शुरूआत करेंगी उमा भारती
उमा भारती ने एमपी में शराबंदी को लेकर एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि वह 8 मार्च को महिला दिवस के अवसर पर शराबबंदी का अभियान शुरू करेंगी। इस अभियान में मेरे सहयोग के लिए मुझे मध्य प्रदेश की बेटी खुशबू मिल गई है। जिसने पूरी प्लानिंग कर रखी है कि किस तरह से शराबबंदी की जाएगी। इसकी जानकारी अगले पांच दिन में पता चल जाएगी। उन्होंने कहा कि खुशबू मुझे उत्तराखंड़ में मेरे गंगा प्रवास में शामिल होने आयी थी । मैंने उसमें निष्ठा एवं साहस दोनो देखे तभी उसी समय उसका नाम ''गंगा भारती'' हो गया था 

शिवराज सरकार की चिंता बढ़ी
बता दें कि उमा भारती के शराबबंदी के ऐलान के बाद शिवराज सरकार की चिंता बढ़ गई है। क्योंकि राज्य सरकार साल  2021-22 के लिए जल्द ही नई शराब नीति लागू करने की तैयारी कर रही है। जिसको लेकर कैबिनेट की बैठक भी होने वाली है। इतना नहीं बताया तो यह भी जा रहा कि शिवराज सरकार शराब की होम डिलेवरी करने की तैयारी करने वाली है। लेकिन उससे पहले ही शराब को लेकर प्रदेश में सियासत गरमा गई है। अपनी ही पार्टी की नेता उमा भारती ने यह जंग छेड़ दी है।

 थोड़े से राजस्व का लालच शराबबंदी नहीं होने देता
उमा भारती ने कुछ दिन पहले ट्वीट कर कहा था कि  मध्य प्रदेश में शराब पीने से बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हुई सड़क दुर्घटनाओं के अधिकतर कारण तो ड्राइवर का शराब पीना ही होता है यह बड़े आश्चर्य की बात है कि शराब मृत्यु का दूत है फिर भी थोड़े से राजस्व का लालच एवं शराब माफिया का दबाव शराबबंदी नहीं होने देता है।

BJP अध्यक्ष नड्डा से की यह अपील
उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि मैं तो अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री  जी से इस ट्वीट के माध्यम से सार्वजनिक अपील करती हूं कि जहां भी भाजपा की सरकारें हैं उन राज्यों में पूर्ण शराबबंदी की तैयारी करिए। साथ ही कहा कि कानून व्यवस्था को मेंटेन करने के लिए हजारों करोड़ रूपये खर्च होते हैं समाज में संतुलन बनाए रखने के लिए शराबबंदी एक महत्वपूर्ण कदम है इस पर एक डिबेट शुरू की जा सकती है।

शराब से दुष्कर्म जैसी भयावह घटनाएं होती हैं
उमा भारती ने कहा शराबबंदी को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार की तारीफ कर चुकी हैं। उन्होंने कहा था कि राजनीतिक दलों को चुनाव जीतने का दबाव रहता है बिहार की भाजपा की जीत यह साबित करती है कि शराबबंदी के कारण ही महिलाओं ने एकतरफा वोट नीतीश कुमार जी को दिये। उन्होंने आगे लिखा कि शराबबंदी कहीं से भी घाटे का सौदा नहीं है शराब बंदी से राजस्व को हुई क्षति को कहीं से भी पूरा किया जा सकता है किंतु शराब के नशे में बलात्कार, हत्याएं, दुर्घटनाएं छोटी बालिकाओं के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं भयावह हैं तथा देश एवं समाज के लिए कलंक है। 
 

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