इंदौर शहर से एक दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। जहां कर्ज के दवाब में एक हंसता-खेलता पूरा परिवार खत्म हो गया। लोन नहीं चुका पाने की वजह से युवक ने पहले पत्नी और दो बच्चों को जहर देकर मार डाला। फिर उसने भी फांसी लगकर जान दे दी।
इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर से दिल दहना देने वाली घटना सामने आई है। जहां कर्ज की टेंशन में एक पूरा परिवार खत्म हो गया। एक युवक ने पहले परिवार के लोगो को एक-एक करके जहर देकर मारा। इसके बाद उसने खुद फांसी लगाकर जान दे दी। इस घटना में मरने वालों में पति-पत्नी के अलावा दो मासूम बच्चे भी शामिल हैं। लेकिन फंदे पर झूले मृतक के दोनों हाथ पीछे रस्से से बंधे मिली हैं। जिससे चलते कई सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं पुलिस ने तत्काल आकर शव बरामद कर जांच शुरू कर दी है।
मासूम बच्चों को मारकर बेबसी में मर गया पिता
दरअसल, यह वारदात बाणगंगा थाना क्षेत्र के भागीरथपुरा इलाके की है। जहां मृतक का नाम अमित यादव बताया जा रहा है। उसने पत्नी टीना यादव और तीन साल की बेटी याना व डेढ़ साल के बेटे दिव्यांश को मारकर खुद ने भी आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें मरने के पीछी की मुख्य वजह आर्थिक तंगी व कर्जा बताया जा रहा है। पुलिस अब सुसाइड नोट के आधार पर जांच कर रही है।
मोबीक्विक एप से पर्सनल लोन था...किस्त नहीं देने पर किया सुसाइड
बता दें कि मृतक अमित यादव मूल रूप से सागर का रहने वाला था। वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ भागीरतपुर में किराए से रहता था। अमित मोबाइल टावर कंपनी में इलेक्ट्रिक इंजीनियर था। शुरूआती जांच में सामने आया है कि उसने मोबीक्विक एप से पर्सनल लोन लिया था। वह लोन की किस्त नहीं भर पा रहा था। इसके दबाव में पूरा परिवार खत्म हो गया।
सुसाइड का ऐसे हुआ खुलासा
मकान मालिक केदारनाथ ने बताया कि वह मेरे मकान में पिछले तीन साल से रह रहा था। लेकिन वह पिछले कुछ दिन से मानसिक रूप से परेशान रह रहा था। ज्यादा किसी से बात नहीं कर रहा था। घटना वाले दिन अमित की मां का मेरे मोबाइल पर फोन आया था। उन्होंने कहा अमित फोन नहीं उठा रहा है उससे बात करा दीजिए। लेकिन जब मैं वहां पहुंचा तो दरवाजा बंद था, मैंने आवाज लगाई फिर भी गेट नहीं खुला। इसके बाद मुझे कुछ अनहोनि की अशंका हुई और फिर पुलिस को सूचित कर बुलाया।