Published : Apr 13, 2020, 05:01 PM ISTUpdated : Apr 13, 2020, 05:07 PM IST
शिवपुरी, मध्य प्रदेश. बेशक कोरोना संक्रमण से बचने सोशल डिस्टेंसिंग आवश्यक है, लेकिन रिश्तों में दूरियां क्यों? यही सवाल पूछता है यह युवक। यह युवक कोरोना पॉजिटिव निकला था। हालांकि अब यह पूरी तरह ठीक है। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर अपने घर भी लौट आया है, लेकिन मोहल्लेवालों का बर्ताव अब पहले जैसा नहीं रहा। कोई उसके पास नहीं बैठता। बात तक करना पसंद नहीं कर रहा। लोग ऐसे बर्ताव कर रहे हैं, जैसे वो कोई पाप करके आया हो। लोगों के इस दुर्व्यवहार से परेशान युवक के परिजनों ने मोहल्ले से अपना मकान बेचने का मन बना लिया है। उन्हें पड़ोसियों के बर्ताव से गहरी ठेस पहुंची है। यह हैं पेट्रोलियम इंजीनियर दीपक शर्मा। ये दुबई में काम करते थे। जब ये दुबई से लौटे, तो पॉजिटिव संक्रमित पाए गए। उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। 4 अप्रैल को वे ठीक होकर घर लौट आए। लेकिन अब लोग बदल गए हैं। पड़ोसी इन्हें डराने रात को आकर दरवाजा पीटकर चले जाते हैं।
दीपक ने बताया कि जब वो हॉस्पिटल से ठीक होकर घर लौटा, तो पिता ने मोहल्लेवालों के बर्ताव के बारे में बताया। इससे दु:खी होकर उसने मकान बेचने की तख्ती टांग दी। युवक ने कहा कि ऐसे समय में लोगों को सहयोग करना चाहिए, लेकिन यहां तो ऐसे बर्ताव कर रहे..जैसे उसने किसी की हत्या कर दी हो। युवक ने कहा कि लोगों के इस बर्ताव से उसका पूरा परिवार आत्मग्लानि से घिर गया है। दीपक ने बताया कि उसे देखकर लोग अपने घरों का दरवाजा बंद कर लेते हैं। इससे वो डिप्रेशन में आने लगा है। यहां तक की दूधवाले और सब्जीवालों से भी दूर रहने को कहते हैं।
25
यह तस्वीर गुरुग्राम की है। ऐसे संकट में इंसान की परख होती है। लोगों को मदद की जरूरत है, उन्हें परेशान न करें।
35
यह तस्वीर हावड़ा की है। एक मुस्लिम शख्स खुदा से देश और दुनिया की बेहतर की दुआ करता हुआ।
45
यह तस्वीर नई दिल्ली की है। एक ओर जहां, लोग कोरोना को लेकर भेदभाव कर रहे हैं, पुलिसवाले लोगों के घरों तक सामान तक पहुंचाने का काम कर रहे।
55
मुंबई के 37 वर्षीय मोहम्मद अयूब शेख बिल्लियों को खाना खिलाते हुए। उनके मुताबिक, ऐसे समय में इनका ख्याल रखना भी जरूरी है।