आधी रात को खटखटाता है कोई दरवाजा, कोरोना से जीता युवक, लेकिन इस डर से बेच रहा अपना घर
शिवपुरी, मध्य प्रदेश. बेशक कोरोना संक्रमण से बचने सोशल डिस्टेंसिंग आवश्यक है, लेकिन रिश्तों में दूरियां क्यों? यही सवाल पूछता है यह युवक। यह युवक कोरोना पॉजिटिव निकला था। हालांकि अब यह पूरी तरह ठीक है। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर अपने घर भी लौट आया है, लेकिन मोहल्लेवालों का बर्ताव अब पहले जैसा नहीं रहा। कोई उसके पास नहीं बैठता। बात तक करना पसंद नहीं कर रहा। लोग ऐसे बर्ताव कर रहे हैं, जैसे वो कोई पाप करके आया हो। लोगों के इस दुर्व्यवहार से परेशान युवक के परिजनों ने मोहल्ले से अपना मकान बेचने का मन बना लिया है। उन्हें पड़ोसियों के बर्ताव से गहरी ठेस पहुंची है। यह हैं पेट्रोलियम इंजीनियर दीपक शर्मा। ये दुबई में काम करते थे। जब ये दुबई से लौटे, तो पॉजिटिव संक्रमित पाए गए। उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। 4 अप्रैल को वे ठीक होकर घर लौट आए। लेकिन अब लोग बदल गए हैं। पड़ोसी इन्हें डराने रात को आकर दरवाजा पीटकर चले जाते हैं।
Asianet News Hindi | Published : Apr 13, 2020 11:31 AM IST / Updated: Apr 13 2020, 05:07 PM IST
दीपक ने बताया कि जब वो हॉस्पिटल से ठीक होकर घर लौटा, तो पिता ने मोहल्लेवालों के बर्ताव के बारे में बताया। इससे दु:खी होकर उसने मकान बेचने की तख्ती टांग दी। युवक ने कहा कि ऐसे समय में लोगों को सहयोग करना चाहिए, लेकिन यहां तो ऐसे बर्ताव कर रहे..जैसे उसने किसी की हत्या कर दी हो। युवक ने कहा कि लोगों के इस बर्ताव से उसका पूरा परिवार आत्मग्लानि से घिर गया है। दीपक ने बताया कि उसे देखकर लोग अपने घरों का दरवाजा बंद कर लेते हैं। इससे वो डिप्रेशन में आने लगा है। यहां तक की दूधवाले और सब्जीवालों से भी दूर रहने को कहते हैं।
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