17वें प्रवासी भारतीय दिवस के तहत इंदौर में चल रहे तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आज तीसरा और अंतिम दिन था। इंदौर में आयोजित 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन के अंतिम दिन मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 57 मेहमानों को प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित करने के साथ की कार्यक्रम का समापन किया।
इंदौर(Madhya Pradesh). 17वें प्रवासी भारतीय दिवस के तहत इंदौर में चल रहे तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आज तीसरा और अंतिम दिन था। इंदौर में आयोजित 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन के अंतिम दिन मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 57 मेहमानों को प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित करने के साथ की कार्यक्रम का समापन किया। गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी को भी यह सम्मान दिया गया। आयोजन में मौजूदा प्रवासी भारतीय सम्मेलन के अलावा पिछले वर्ष वर्चुअल रूप से हुए प्रवासी भारतीय सम्मेलन में चुने गए प्रवासी भारतीयों को भी सम्मानित किया गया सम्मलेन में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और निर्मला सीतारमण भी मौजूद रहे।
साल 2021 के लिए 30 प्रवासी भारतीयों व संगठनों को प्रवासी भारतीय सम्मान के लिए चुना गया था, जबकि इस वर्ष 27 प्रवासी भारतीय मेहमानों का चयन हुआ। पिछले वर्ष प्रवासी भारतीय सम्मेलन वर्चुअल रूप से हुआ था, इस वजह से उसमें प्रवासी मेहमानों को वर्चुअल तरीके से ही सम्मानित किया था। इस वजह से इस बार के आयोजन में उन्हें भी सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया गया था। समापन समारोह से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति चन्द्रिका प्रसाद संतोखी और गुयाना गणराज्य के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली से भेंट किया।
धर्मेंद्र प्रधान ने किया पहले सत्र को संबोधित
केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहले सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा चौथी सदी में उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने ग्रहों की गणना शुरू कर दी थी। वराह मिहिर, ब्रह्मगुप्त, भास्कराचार्य जैसे विद्वानों ने ग्लोबल मैप की परिकल्पना कर ली थी। ये हम सब मानते हैं, भारत विश्वगुरु था। हम अब जब भी विश्वगुरु बनने की बात करते हैं तो हमारी बातों में सैन्य ताकत से विश्व गुरु बनने की बात कहीं नहीं होती। इसमें इंटलेक्चुअल ताकत की बात करते हैं। इस सोच से नवाचार आता है।
एमपी के राज्यपाल द्वारा आयोजित किया गया भोज
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में 'राष्ट्र निर्माण के लिए एक समावेशी दृष्टिकोण की दिशा में प्रवासी महिला उद्यमियों की क्षमता का उपयोग करना' विषय पर विस्तृत चर्चा हुई। इस मौके पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल द्वारा एक शानदार भोज का आयोजन किया गया , अंतिम सत्र में विदेश मंत्री एस जयशंकर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। इसके बाद राष्ट्रपति प्रवासी भारतीयों को अवार्ड देने के साथ ही प्रवासियों को संबोधित किया। आभार प्रदर्शन विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन करेंगे। अंत में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सभी NRI मेहमानों का कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आभार जाताया।
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