हैरान करने वाला यह एक्सीडेंट मध्य प्रदेश के भिंड जिले में सामने आया है। इसे चमत्कार ही कहा जाएगा कि उस वक्त पीछे से कोई गाड़ी नहीं आ रही थी, नतीजा बच्चे की जान बच गई
भिंड, मध्य प्रदेश. यहां के मालनपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। अपने भाई के साथ बाइक पर जा रही एक महिला की गोद से उसकी एक महीने की बेटी उछलकर सड़क पर जा गिरी। मां को इसका आभास ही नहीं हुआ। करीब 2 किमी दूर जाकर जब उसकी नजर अपनी गोद पर पड़ी और बच्ची नहीं देखी..तो उसकी चीख निकल पड़ी। वो फौरन वापस लौटी। गनीमत रही कि उस वक्त पीछे से कोई गाड़ी नहीं निकल रही थी, इसलिए बच्ची की जान बच गई।
कंबल में लिपटी होने से नहीं चला पता...
ग्वालियर की रहने वाली 30 वर्षीय शिल्पी पत्नी राहुल तोमर भिंड में अपने किसी रिश्तेदार की शादी के लिए जा रही थीं। वे अपने भाई दीपक सिंह के साथ बाइक पर ग्वालियर से भिंड के लिए निकली थीं। दीपक ने अपने दोस्त राजीव चतुर्वेदी को भी बाइक पर बैठा लिया था। जब तीनों भिंड-ग्वालियर एनएच-92 पर मालनपुर आरटीओ बैरियर के सामने से गुजरे, तभी ब्रेकर पर शिल्पी की गोद से उनकी महीनेभर की बेटी उछलकर नीचे गिर पड़ी। लेकिन उसे इसका आभास ही नहीं हुआ। बच्ची के नीचे गिरते ही बैरियर पर बैठे कर्मचारियों की नजर उस पड़ी। उन्होंने बच्ची को उठाया और इन लोगों को चिल्ला-चिल्लाकर रोकने की कोशिश की, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। चूंकि बच्ची कंबल में लिपटी थी, इसलिए शिल्पी को उसके गिरने का आभास ही नहीं हुआ। वहीं, उसे गिरने से ज्यादा चोट नहीं लगी। ब्रेकर पर गाड़ी धीमी होने से भी बच्ची धीरे से नीचे गिरी।
2 किमी बाद तीनों वापस लौटे..
करीब 2 किमी बाद जब शिल्पी की नजर गोद पर पड़ी और बच्ची नहीं दिखी, तो उसके होश उड़ गए। उसका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। तीनों तुरंत बच्ची को ढूंढ़ते हुए वापस लौटे। बैरियर पर अपनी बच्ची को सुरक्षित देखकर मां उसे गले लगाकर फूट-फूटकर रो पड़ी। इस बीच आरटीओ बैरियर के कर्मचारियों ने बच्ची के गिरने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस बच्ची को सबसे पहले हॉस्पिटल लेकर गई। वहीं बच्ची का चेकअप किया गया। बच्ची के माथे पर हल्की चोट लगी थी। बच्ची का उपचार करने के बाद पुलिसवालों ने उसे दूध पिलाया। इस बीच मां उसे लेने पहुंच गई।