इश्क में अंधे पिता की बर्बरता: पहले अपने ही बेटे का रस्सी से घोंटा गला, फिर काट दिए दोनों हाथ...

बेटे ने जब अपने पिता को चाची के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा तो हैवान बाप इश्क में में इस कदर अंधा हो गया कि बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी। उसकी प्रेमिका दबाव बना रही थी कि बेटे को रास्ते से हटाओ नहीं तो वह आत्महत्या कर लेगी। यह शाकिंग वारदात मध्य प्रदेश के देवास जिले की है।

Arvind Raghuwanshi | Published : Dec 10, 2022 8:41 AM IST

देवास. मध्य प्रदेश में देवास से एक ऐसा शर्मनाक और रोंगड़े खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है कि, जिसे सुनकर लोगों की रूह कांप जाए। जहां एक कलयुगी पिता इश्क में इस कदर अंधा हो गया है कि उसने बर्बरता से अपने ही बेटे की हत्या कर दी। मासूम की गलती इतनी थी कि उसने गलती से अपने बाप को चाची के साथ अवैध संबंध बनाते देख लिया था। बेटा किसी को बता ना दे इसी डर से  हैवान बाप ने पहले तो उसके दोनों हाथ काटे और फिर रस्सी से उसका गला घोंट दिया।

मासूम को दी भयानक मौत
दरअसल, यह शॉकिंग घटना देवास जिले के बांगरदा गांव की है। जहां 5 दिसंबर को मासूम बच्चे का कत्ल किया गया और एक दिन बाद 6 दिसंबर को उसका शव झाड़ियों में पड़ा मिला। बच्चे की पहचान.15 साल के लड़के हरिओम चौहान (15) के रूप में हुई थी। पुलिस ने इस मामले की जांच पड़ताल की। अब इसका खुलासा हो गया है, बच्चे की हत्या उसके ही पिता मोहनलाल चौहान ने की है। पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।

बेटे ने पिता को चाची के साथ रंगरेलियां मनाते देख लिया था...
मामले का खुलासा करते हुए देवास के एसपी शिवदयाल सिंह ने बताया कि आरोपी मोहनलाल का अपने ही भाई की पत्नी से अवैध सबंध था। दोनों चोरी-छिपे शारीशिर संबंध बनाते थे। एक दिन बेटे ने पिता को चाची के साथ रंगरेलियां मनाते देख लिया था। दोनों को डर था कि कहीं बच्चा यह बात अपनी मां या समाज के सामने पोल ना खोल दे। इसी डर के चलते  पिता के सिर पर बर्बरता का भूत सवार हो गया। फिर उसने पहले बेटे का रस्सी से गला घोंटाा, उसके बेसुध होते ही रस्सी से हाथ बांधकर दरांते से काट दिए। इसके बाद बोरे में लाश भरकर झाड़ियों में फेंक आया।

पिता ने सुनाई अपने इशक की कातिल कहानी
आरोपी ने अपना गुनाह कबूलते हुए बताया कि बात दो दिसंबर की है। जब वो अपनी महिला के साथ संबंध बना रहा था। संयोग से उसी समय उसका बेटा हरिओम पहुंच गया और उसे और हम दोनों को आपत्तिहालत में देख लिया। इसके बाद महिला मुझ पर दबाव बनाने लगी  कि कहीं बेटे ने किसी के सामने हमारा भांडा फोड़ दिया तो क्या होगा। इसलिए उसको रास्ते से हटाना होगा। वह धमकियां देती थी कि अगर मैंने बेटे को  नहीं मारा तो वो आत्महत्या कर लेगी और नाम मेरा लेगी। बस इसी डर से मैंने बेटे को मार डाला।

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