व्यापमं घोटाले में सरकारी गवाह बने फेथ बिल्डर्स से मालिक राघवेंद्र सिंह के भोपाल और इंदौर स्थित कई ठिकानों पर गुरुवार सुबह इनकम टैक्स ने छापामार कार्रवाई की है। दिल्ली से पहुंची 150 सदस्यीय टीम ने एक साथ यह छापामार कार्रवाई की। भोपाल में चूनाभट्टी स्थित ठिकाने पर कार्रवाई की गई। फेथ बिल्डर्स का होटल, रेस्टोरेंट, डेयरी, पैकर्स, एग्रो और क्रिकेट क्लब में निवेश है। इनका रातीबढ़ क्षेत्र में एक क्रिकेट स्टेडियम भी है। राघवेंद्र सिंह के पिता आईजी के पद से रिटायर्ड हुए हैं।
भोपाल, मध्य प्रदेश. व्यापमं घोटाले में सरकारी गवाह बने फेथ बिल्डर्स से मालिक राघवेंद्र सिंह के भोपाल और इंदौर स्थित कई ठिकानों पर गुरुवार सुबह इनकम टैक्स ने छापामार कार्रवाई की है। दिल्ली से पहुंची 150 सदस्यीय टीम ने एक साथ यह छापामार कार्रवाई की। भोपाल में चूनाभट्टी स्थित ठिकाने पर कार्रवाई की गई। फेथ बिल्डर्स की होटल, रेस्टोरेंट, डेयरी, पैकर्स, एग्रो और क्रिकेट क्लब में निवेश है। इनका रातीबढ़ क्षेत्र में एक क्रिकेट स्टेडियम भी है। राघवेंद्र सिंह के पिता आईजी के पद से रिटायर्ड हुए हैं।
500 करोड़ की अवैध प्रापर्टी का मामला...
माना जा रहा है कि इस कार्रवाई में करीब 500 करोड़ की अवैध सम्पति का खुलासा होने की संभावना है। जिस तस्वीर में राघवेंद्र सिंह शिवराज सिंह चौहान के साथ नजर आ रहे हैं, इसे 2012 में कांग्रेस ने शेयर किया था, तब व्यापमं घोटाले का शोर चरम पर था। एक मीडिया के हाउस के मुताबिक राघवेंद्र सिंह का नाम पहले मध्य प्रदेश के एक मंत्री के साथ जुड़ा था। फिर शिवराज सिंह के साथ नजर आने पर काफी राजनीति बवाल मचा था। इस मामले को पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्व. सत्यदेव कटारे ने उछाला था।
बता दें कि व्यापमं की वन रक्षक भर्ती परीक्षा-2013 में हुई गड़बड़ी में एसटीएफ ने राघवेंद्र सिंह तोमर के अलावा पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, खनन कारोबारी सुधीर शर्मा, पूर्व मंत्री जगदीश देवड़ा सहित 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। यह मामला 24 फरवरी 2015 में दर्ज हुआ था।