मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से पुलिस बेरहम चेहरा सामने आया है। जहां पुलिसवालों ने एक युवक को बेरहमी से इस कदर पीटा की उसकी गर्दन की हड्डी टूट गई। कान का फर्दा फट गया और शरीर की चमड़ी उधड़ गई।
राजगढ़. मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से पुलिस विभाग को शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है। खाकी वर्दी वालों ने एक युवक को जानवरों की तरह पीटा। इस कदर पीटा कि उसकी गर्दन की हड्डी टूट गई, एक कान का पर्दा भी फट गया। इतना ही नहीं शरीर में कई जगह से चमड़ी उधर गई। जब यह मामला जिले के एसपी प्रदीप शर्मा तक पहुंची तो उन्होंने ASI समेत 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। वहीं अब यह मामला प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा तक पहुंच गया है।
जानवरों की तरह पीटने के बाद रिश्वत में लिए 50 हजार रुपए
दरअसल, यह पूरा मामला राजगढ़ जिले के बोड़ा थाना क्षेत्र का है। जहां कड़िया गांव के शुभम सिसोदिया को एसआई ने अपने पांच पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर बेरहमी से पीटा। युवक ने बताया कि वह 29 मई को वह भेसवा माता गांव में एक मन्नत के कार्यक्रम में शामिल होने गया था। लेकिन पुलिस ने यहां से मुझे एक फर्जी केस में पकड़ा और थाने ले जाने लगे। पूरे रास्ते सभी पुलिसवालों ने मिलकर बुरी तरह पिटाई की। थाने पहुंचने के बाद पूरी रात बेल्ड और लाठी-डंडों से पीटा गया। इतना ही नहीं वह मुझे झूठे केस में अगले दिन कोर्ट में पेश होने की धमकी देने लगे। जैसे इस बात का बता मेरे परिवार को पता चला तो उन्होंने टीआई राम नरेश राठौर को 50 हजार रुपए दिए, तब उन्होंने मुझे छोड़ा। इतना ही नहीं उन्होंने धमकी दी की अगर यह बात किसी को बताई तो उसे छोड़ेगे नहीं।
पूरी बॉडी से खून ही खून बह रहा था...
किसी तरह शुभम को परिवार वाले पुलिसवालों से छुड़ाकर घर ले गए। उसके शरीर की चमड़ी उधड़ी हुई थी, पूरी बॉडी से खून ही खून बह रहा था। परिवार उसे लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे। चेकअप कराया तो युवक की गर्दन की हड्डी टूटी हुई थी, वहीं एक कान का पर्दा भी फटा था। स्थानीय डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए उसे शाजापुर जिला अस्पताल रेफर किया। अस्पताल से छुट्टी होने के बाद युवक और परिवार ने पुलिस वालों के अत्याचार की कहानी और उनकी शिकायत एसपी प्रदीप शर्मा से की। पुलिस अधिकाारियों ने जब इसकी जांच की तो मामला सही निकला। जिसके बाद 5 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
मुख्यमंत्री से लेकर मानव अधिकार तक दिया आवेदन
शुभम ने इस पूरे मामले की जानकारी प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की दी। आपबीती सुनाते हुए कहा-5 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई तो हुई लेकिन, मेरी मां से मुझे छुड़वाने को जो 50 हजार की रिश्वत प्रभारी राम नरेश राठौर ने ली थी वह वापस नहीं हुई है। युवक ने कहा कि जब कहीं से कुछ न्याय नहीं मिला तो मैंने अगले दिन भोपाल पहुंच डीआईजी, मानव अधिकार, मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायती आवेदन दिया। इसके अलावा गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को मामले की पूरी जानकारी दी।