50:50 के दावे पर CM फडणवीस ने दिखाया कड़ा रुख तो शिवसेना ने कहा- हम सत्ता के भूखे नहीं


पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने मंगलवार को कहा उनकी पार्टी ने हमेशा ही ‘‘सत्य की राजनीति’’की है और वह सत्ता की भूखी नहीं है। हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं।

मुंबई। महाराष्ट्र में नई सरकार बनने का रास्ता साफ नहीं हो पाया है। इस बीच ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अड़ी शिवसेना को लेकर CM देवेंद्र फडणवीस ने कड़ा रुख दिखाया है। सहयोगी के 50:50 फोर्मूले को झूठा बताते हुए उन्होंने कहा बीजेपी ने ऐसा कोई वादा नहीं किया था। फडणवीस के कड़े रुख के साथ ही शिवसेना ने भी कहा है कि वो सत्ता की भूखी नहीं है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने मंगलवार को कहा उनकी पार्टी ने हमेशा ही ‘‘सत्य की राजनीति’’की है और वह सत्ता की भूखी नहीं है। हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं। दोनों ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। लेकिन नतीजों के बाद राज्य की अगली सरकार में सत्ता में भागीदारी को लेकर दोनों के बीच तकरार चल रही है।

Latest Videos

राउत ने मंगलवार को कहा, ‘‘(शिवसेना अध्यक्ष) उद्धव ठाकरे ने कहा है कि हमारे पास अन्य विकल्प भी हैं, लेकिन हम उन विकल्पों को स्वीकार करने का पाप नहीं करना चाहते .... शिवसेना ने सत्य की राजनीति की है और पार्टी सत्ता के लिए भूखी नहीं है।’’

हरियाणा में बीजेपी के गठबंधन पर तंज

भाजपा-शिवसेना के बीच गठबंधन होने के बावजूद सरकार बनाने में देरी होने के बारे में राउत ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में कोई दुष्यंत नहीं है जिसके पिता जेल में हों।’’ उनका इशारा हरियाणा के उपमुख्यमंत्री और जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला की ओर था।

राउत ने सोमवार को कहा था कि उनकी पार्टी को महाराष्ट्र में अगली सरकार बनाने के वास्ते विकल्प खोजने के लिए बाध्य नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि ‘‘राजनीति में कोई संत नहीं हैं।’’ उन्होंने दावा किया था दोनों पार्टियां सत्ता में समान भागीदारी के फार्मूले पर सहमत थीं और मुंबई में तो इस बारे में घोषणा भी कर दी गई थी।

राउत संसद में शिवसेना के मुख्य सचेतक और पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक हैं। शिवसेना के एक अन्य नेता ने मंगलवार को कहा था कि मेलघाट, अचलपुर, रामटेक और नेवासा सीटों के चार निर्दलीय विधायकों ने ठाकरे से मुलाकात कर उनकी पार्टी को अपना समर्थन देने का आग्रह किया था।

दावा: 50:50 फार्मूले पर बनी थी सहमति

उन्होंने दावा किया था कि शिवसेना के पास अब 60 विधायकों का समर्थन है। पिछले सप्ताह ठाकरे ने भाजपा को उनके तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एवं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले 50:50 के फार्मूले पर बनी सहमति की याद दिलाई थी।

समर्थन के बदले लिखित आश्वासन

शिवसेना ने राज्य में अगली गठबंधन सरकार बनाने का दावा करने के बारे में बातचीत करने से पहले भाजपा से ‘‘सत्ता में बराबर की भागीदारी के फार्मूले ’’ के कार्यान्वयन का लिखित आश्वासन मांगा है।

महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं। शरद पवार नीत राकांपा ने 54 सीट जीतीं, जबकि कांग्रेस के हिस्से 44 सीट आई हैं।

गत 24 अक्टूबर को चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद से ही कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के तबकों की ओर से ऐसे संकेत मिलते रहे हैं कि राज्य में भाजपा से परे सरकार गठन का शिवसेना का कदम हकीकत में बदल सकता है। हालांकि, कांग्रेस-राकांपा की ओर से इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।

(सभी इनपुट न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा से लिए गए हैं।) 


 

Share this article
click me!

Latest Videos

खराब हो गया पीएम मोदी का विमान, एयरपोर्ट पर ही फंस गए प्रधानमंत्री । PM Modi । Deoghar Airport
बदल गया दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम, जानें क्या है नया नाम? । Birsa Munda Chowk
CM योगी आदित्यनाथ ने गिना दिया बंटने से अब तक क्या-क्या हुआ नुकसान #Shorts
Maharashtra Election 2024: 'कटेंगे-बटेंगे' के खिलाफ बीजेपी में ही उठने लगे सवाल। Pankaja Munde
महाराष्ट्र में हुई गृहमंत्री अमित शाह के बैग और हेलीकॉप्टर की तलाशी #Shorts #amitshah