आरे मेट्रो प्रोजेक्ट के विरोध में शामिल हुए आदित्य ठाकरे, एकनाथ शिंदे ने बदला था उद्धव सरकार का फैसला

आरे प्रोजेक्ट के निर्माण से इस क्षेत्र में करीब 4 लाख पेड़ काटे जाने की संभावना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आने वाले समय में ये खतरा और अधिक बढ़ सकता है। हालांकि आरे प्रोजेक्ट को रोकने के लिए कई सेलिब्रिटी भी शामिल हुए।

Pawan Tiwari | Published : Jul 10, 2022 11:05 AM IST / Updated: Jul 16 2022, 10:09 AM IST

मुंबई. मुंबई के गोरेगांव के आरे में मेट्रो कार शेड के खिलाफ एक बार फिर से प्रदर्शन शुरू हो गया है। रविवार को हुए प्रदर्शन में शिवसेना नेता और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी शामिल हुए। बता दें कि मुंबई में सत्ता परिवर्तन के बाद एक बार फिर से आरे मेट्रो कार शेड को शुरू कर दिया गया है। जिसके खिलाफ लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। जिस कारण से लोग सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शन में पहुंचे शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा- आरे की लड़ाई मुंबई की लड़ाई है, ये हमारे देश की जान हमारे जंगल के लिए लड़ाई है। जब हम सरकार में थे तब हमने इसी आरे में 808 एकड़ जंगल घोषित किया। उन्होंने कहा कि मैं यही कहूंगा कि हमसे अगर उन्हें(एकनाथ शिंदे) कोई गुस्सा या नाराजगी है, उसे मुंबई पर न निकाला जाए। 

शिवसेना ने लगाई थी रोक
बता दें कि महाराष्ट्र में जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होंने आरे में इस जंगल को मेट्रो शेड के लिए काटे जाने पर रोक लगा दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 1,800 एकड़ में फैले इस आरे जंगल को ‘मुंबई का फेफड़ा’ कहा जाता है। यहां पर एक मेट्रो कार शेड बनाया जा रहा है जिसके लिए पेड़ों की कटाई की गई थी।

क्या है पूरा मामला
दरअसल, मेट्रो-3 कार शेड प्रोजेक्ट को 2014 में हरी झंडी दी गई थी। तब राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण ने इस प्रस्ताव को पास किया था। लेकिन इस विरोध में कई NGO हाईकोर्ट पहुंच गए थे। उसके बाद जब 2015 के चुनाव में भाजपा ने सरकार बनाई तो मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी इस प्रपोजल को आगे बढ़ाया। जिसके खिलाफ प्रदर्शन किए गए। कई पेड काटे गए। लेकिन 2019 में सत्ता परिवर्तन होने पर उद्धव ठाकरे ने इस प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी थी।

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