मनसे की तरफ से प्रतीक्षा के सामने लगाए गए यह पोस्टर बुधवार रात को लगाए गए हैं। इन पोस्टर में लिखा है गया है कि 'मुंबई के ज्ञानेश्वर मार्ग का जो चौड़ीकरण हो रहा है, उसके लिए अमिताभ बच्चन बड़ा दिल दिखाएं और प्रशासन की मदद करें'।
मुंबई. बॉलीवुड सुपर स्टार और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का जुहू वाला प्रतीक्षा' बंगला अक्सर अपनी खासियतों के चलते सुर्खियों बना रहता है। लेकिन इस बार किसी और वजह से वह चर्चा में बना हुआ है। राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने बंगले के बाहर बड़े-बड़े पोस्टर लगाए हैं और बिग बी से बड़ा दिखाने की अपील की है।
पोस्टर लगाकर महानायक से की अपील
दरअसल, मनसे की तरफ से प्रतीक्षा के सामने लगाए गए यह पोस्टर बुधवार रात को लगाए गए हैं। इन पोस्टर में लिखा है गया है कि 'मुंबई के ज्ञानेश्वर मार्ग का जो चौड़ीकरण हो रहा है, उसके लिए अमिताभ बच्चन बड़ा दिल दिखाएं और प्रशासन की मदद करें'। क्योंकि अमिताभ के बंगले की दीवार चौड़ीकरण प्रोजेक्ट में बाधक बन रही है। इसलिए इस तरह के पोस्टर लगाकर महानायक से अपील की गई है।
अभी तक नहीं आई बच्चन परिवरा की कोई प्रतिक्रिया
बंगले के बाहर ऐसे पोस्टर लगे होने के कारण हर किसी की नजर प्रतीक्षा पर पड़ रही है। सोशल मीडिया पर यह तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं। साथ ही इस मामले को लेकर यूजर ने मनसे और अमिताभ बच्चन को लेकर कई तरह के कमेंट्स भी किए हैं। हालांकि अभी तक इन पोस्टर को लेकर बच्चन परिवार तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
बीएमसी की कार्रवाई से टूट सकते हैं कई बड़ी हस्तियों के बंगले
बता दें कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका यानी बीएमसी साल 2017 से ज्ञानेश्वर मार्ग की चौड़ाई 45 फीट से बढ़ाकर 60 फीट करना चाहती है। क्योंकि यहां आए दिन सड़क जाम वाली तस्वीरें सामने आती रहती हैं। लेकिन इस सड़क के दोनों तरफ कई बड़ी हस्तियां जैसे-बिजनेसमैन, बॉलीवुड स्टार और राजनीतिक लोगों के बंगले होने के कारण यह काम पूरा नहीं हो पा रहा है। बता दें कि सड़क चौड़ीकरण की वजह से अमिताभ और उद्योगपति केवी सत्यमूर्ति के बंगले का कुछ हिस्सा टूट सकता है। जिससे उनको नुकसान भी हो सकता है।
4 साल पहले कोर्ट से स्टे लेकर आ गए थे अमिताभ
बीएमसी साल 2017 में ही अमिताभ बच्चन को सड़क चौड़ीकरण का नोटिस दे चुकी है। लेकिन उस दौरान अमिताभ ने बॉम्बे हाईकोर्ट में अपील की और कोर्ट ने बीएमसी के इस प्रोजेक्ट पर स्टे लगा दिया था। इसके बाद सड़क चौड़ीकरण काम ठप हो गया। लेकिन इसी साल बीएमसी ने फिर अदालत का दरवाजा खटखटाकर अपने प्रोजोक्ट को शुरू करने की गुहार लगाई थी। जिसे कोर्ट ने मंजरी दे दी है।