
मुंबई. देश में कोरोना संक्रमण फैलाने में निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज से निकले जमातियों को एक बड़ी वजह माना जा रहा है। ये जमाती देशभर में बिना बताए चले गए, जिससे अचानक संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी होती गई। सरकार ने युद्धस्तर पर इन्हें ढूंढ़ने की कोशिशें कीं। हजारों लोगों को पकड़कर आइसोलेशन में भेजा गया। कइयों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। लेकिन यहां भी उन्होंने प्रशासन और हेल्थ टीम का सहयोग नहीं किया। कई जगहों पर डॉक्टरों के ऊपर थूकने..गालियां देने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करते हुए एकजुट होकर नमाज पढ़ने के मामले सामने आ रहे हैं। इनसे निपटने अब राज्यों की सरकारें सख्त हो गई हैं।
चलेगा मर्डर का केस..
हिमाचल प्रदेश के डीजीपी सीताराम मरडी ने कड़े शब्दों में चेतावनी दी है कि जो भी जमाती छुपे बैठे हैं, वे बाहर निकलकर प्रशासन का सहयोग करें। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया जाएगा। उनके कारण यदि किसी को संक्रमण होता है और मौत होती है, तो मर्डर का केस चलेगा। उधर, मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दो टूक कहा है कि जो भी कोरोना छिपाएगा या जांच में असहयोग करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुंबई में तब्लीगी जमात के कारण धारावी में फैला संक्रमण...
मुंबई में तब्लीगी जमात के 150 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज किया गया है। महाराष्ट्र में मंगलवार को 23 नये कोरोना पॉजिटिव मिले। इस प्रकार पॉजिटिव मरीजों की संख्या अब 891 तक पहुंच गई है। इधर एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में दिल्ली के निजामुददीन तब्लीगी जमात से लौटकर आए 10 लोगों की पहचान कर ली है। ये मूल रूप से केरल के रहने वाले हैं।
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