महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा है कि एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) शिवसेना के मुख्यमंत्री नहीं है। सत्ता के लिए रातों रात खेल किया गया। आप मेरे दिल से महाराष्ट्र नहीं निकाल सकते। आरे जंगल काट पर्यावरण खराब नहीं करें।
मुंबई। महाराष्ट्र में नई सरकार बनने के एक दिन बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। उन्होंने कहा कि अपनों ने ही मेरी पीठ में अविश्वास का खंजर घोंपा। सत्ता के लिए रातों रात खेल किया गया।
शिवसेना भवन में उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैंने अमित शाह से पहले भी कहा था कि ढाई साल के लिए शिवसेना का मुख्यमंत्री (शिवसेना-भाजपा गठबंधन के दौरान) होना चाहिए। अगले ढाई साल बीजेपी का मुख्यमंत्री बने। अगर उन्होंने पहले ऐसा किया होता तो कोई महा विकास अघाड़ी नहीं होती। जिस तरह से सरकार बनी है और एक तथाकथित शिवसेना कार्यकर्ता को सीएम बनाया गया है, यह सम्मानपूर्वक किया जा सकता था। मैंने अमित शाह से इसके बारे में कहा था। शिवसेना आधिकारिक तौर पर (उस समय) आपके साथ थी। यह सीएम (एकनाथ शिंदे) शिवसेना के सीएम नहीं हैं।
उद्धव ने कहा कि आप मेरे दिल से महाराष्ट्र नहीं निकाल सकते। मेरे चलते मुंबई के लोगों पर गुस्सा मत निकालो। मेट्रो शेड के प्रस्ताव में बदलाव नहीं किया जाए। महाराष्ट्र को बर्बाद नहीं किया जाए। आरे का फैसला पलट दिया गया। आरे जंगल काट पर्यावरण खराब नहीं करें। मुंबई में पर्यावरण के साथ नहीं खेलें।
शिंदे सरकार ने पलटा उद्धव ठाकरे का फैसला
बता दें कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में उद्धव ठाकरे से फैसले को पलट दिया है। उद्धव ठाकरे की सरकार ने मुंबई मेट्रो के लाइन- 3 के कार शेड को आरे कॉलोनी के बदले कहीं और ले जाने का फैसला किया था। शिंदे की सरकार ने इस फैसले को पलटने की दिशा में पहला कदम उठाया है। कैबिनेट की बैठक में उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के महाधिवक्ता और प्रशासन को कांजुरमार्ग की जगह आरे कॉलोनी में मेट्रो-3 कार शेड बनाने का प्रस्ताव पेश करने का निर्देश दिया।
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उद्धव ठाकरे ने नवंबर 2019 में मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद आरे कॉलोनी में प्रस्तावित मेट्रो -3 कार शेड के निर्माण पर रोक लगाने की घोषणा की थी। आरे कॉलनी वन क्षेत्र है। यहां कार शेड बनाने के फैसले का पर्यावरण समूहों ने विरोध किया था। लोग कार शेड के चलते सैकड़ों पेड़ों को काटने का विरोध कर रहे थे। उद्धव ठाकरे ने कार शेड को आरे कॉलोनी के बदले कांजुरमार्ग में बनाने का फैसला किया था। यह मामला कानूनी विवाद में उलझा हुआ है।
पार्टी में बगावत के चलते उद्धव को देना पड़ा था इस्तीफा
बता दें कि उद्धव ठाकरे को पार्टी में बगावत के चलते इस्तीफा देना पड़ा था। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 55 में से 39 विधायकों ने बगावत कर दिया था। राज्यपाल ने उद्धव ठाकरे को फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया था। शिवसेना इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट पर रोक नहीं लगाया तो उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद भाजपा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। भाजपा ने देवेंद्र फडणवीस के बदले एकनाथ शिंदे को सीएम बनाने का फैसला किया। देवेंद्र फडणवीस उप मुख्यमंत्री बने हैं।
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