पुणे शहर से मानवता को शर्मसार करने वाली वारदात सामने आई है। यहां 13 दरिंदों ने एक 14 साल की लड़की का अपहरण करके उसके साथ बारी-बारी से गैंगरेप किया।
पुणे (महाराष्ट्र). पुणे शहर से मानवता को शर्मसार करने वाली वारदात सामने आई है। यहां 13 दरिंदों ने 14 साल की लड़की का अपहरण करके उसके साथ बारी-बारी से गैंगरेप किया। पीड़िता के साथ 5 अलग-अलग ठिकानों पर इन राक्षसों ने 48 घंटे तक दरिंदगी की।
बच्ची ने अपनी दर्दभरी कहानी बयां की
दरअसल, दिल दहला देने वाली घटना की शुरुआत 31 अगस्त को हुई। लड़की ने आपबीती बताते हुए कहा- वह रात को माता-पिता को बिना बताए दोस्त से मिलने निकली थी। वह पुणे रेलवे स्टेशन दोस्त का इंतजार कर रही थी, लेकिन वह मिलने नहीं आया। इसी बीच एक ऑटो ड्राइवर ने मुझसे दुखी होने की वजह पूछी। इसके बाद आरोपी बोला- स्टेशन से बाहर चलिए, मैं आपको आपके दोस्त से मिलवा देता हूं। वह उसके झांसे में आ गई। वह रिक्शा में सवार हो गई। इस दौरान ड्राइवर ने पानी में नशीली दवा मिलाकर उसे पीने को दिया। इसके बाद वह बेसुध हो गई।
11 ऑटो ड्राइवर और दो कर्मचारियों ने मिलकर की हैवानियत
ऑटो ड्राइवर बच्ची को लेकर एक कमरे में गया। उसने रेप किया। दरिंदे ने इसके बाद अपने 12 दोस्तों को फोनकर बुलाया। जहां सभी ने पीड़िता के साथ बारी-बारी से गैंगरेप किया। हैवानियत को अंजाम अंजाम देने वालों में 11 ऑटो ड्राइवर हैं, जबकि दो सरकारी चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी। पुणे पुलिस ने घटना में शामल अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें बच्ची का एक दोस्त भी शामिल है।
हैवानों ने खाली पेट 48 घंटे तक की हैवानियत
दरिदों ने पीड़िता के कपड़े उतारकर उसे एक कमरे में बंद कर दिया। आरोपी उसके साथ 48 घंटे तक हैवानियत करते रहे। वो उनके आगे हाथ-पैर जोड़कर रहम की भीख मांगती रही। भैया..छोड़ दो, मैं मर जाऊंगी, लेकिन हैवानों ने उसकी एक ना सुनी। वह कपड़े पहनने और कुछ खाने को मांगती रही, पर किसी ने उसको कुछ नहीं दिया। वह भूखे पेट तड़पती रही और आरोपी घटना को अंजाम देते रहे।
मासूम के साथ किया जानवरों की तरह सलूक
दो दिन तक मासूम के साथ जानवरों की तरह सलूक होने से उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद आरोपियों ने उसे धमकी दी की अगर उसने किसी के सामने मुंह खोला तो उसके साथ परिवार को भी खत्म कर देंगे। एक आरोपी ने उसे मुंबई के दादर पहुंचाया और उसे रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर तैनात एक रेलकर्मी को सौंप दिया। बताया जाता है कि रेलकर्मी ने भी उसके साथ रेप किया। इतना ही नहीं, रेलकर्मी ने अपने एक दोस्त को बुलाकर उसे सौंप दिया। फिर बच्ची को लेकर वह एक ट्रेन से मंगलवार को चंडीगढ़ स्टेशन पहुंचा। कुछ लोगों ने जब बच्ची की हालत देखी तो उन्हें शक हुआ और पूछताछ के बाद चाइल्ड हेल्प लाइन को बुलाया गया।
बच्ची की हालत देख बिलख रहे माता-पिता
बच्ची के गरीब माता-पिता उसे तलाशते रहे, लेकिन जब उसका कोई पता नहीं चला तो उन्होंने पुणे के पुलिस थाने में जाकर बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। वहीं चंडीगढ़ की डारेक्टर चाइल्ड लाईन संगीता ने उससे पूछताछ की तो बच्ची ने अपनी दर्दभरी कहानी बयां की। चाइल्ड लाइन ने पुणे पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद पुणे पुलिस की टीम हवाई जहाज से पहुंची और बच्ची को लेकर पुणे गई। बच्ची की हालत देख माता-पिता बिलख रहे हैं।
जरा सी आवाज से डर जाती, किसी पुरुष को पास नहीं आने देती
बच्ची के पिता ने बताया कि उसकी तबीयत खराब है। वह अस्पताल में भर्ती है। वह इतनी डरी हुई है कि ना तो कुछ खा रही है और ना ही किसी से बात करती है। वह अपने साथ हुई उस दरिंदगी को नहीं भूल पा रही। जरा सी आवाज आने पर डर जाती है। कोई पुरुष पास दिखे तो वह चौंक जाती है। अस्पताल में भी वो एक कोने में बैठी रहती है, कोई हलचल तक नहीं करती। माता-पिता का कहना है कि जिन्होंने हमारी बच्ची की ऐसी हालत की है उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। हमें कानून पर पूरा भरोसा है कि हमारी बेटी को इंसाफ मिलेगा।
यह भी पढ़ें-बेबसी की तस्वीर: जिंदा रहते पत्नी को कंधे पर लेकर निकला, फिर मौत के बाद शव को पीठ पे लादकर आगे बढ़ा
पुलिस ने ऐसे सभी आरोपियों को पकड़ा
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी DCP नम्रता पाटिल ने बताया कि पुणे रेलवे स्टेशन के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहले आरोपी ऑटो ड्राइवर को पकड़ा गया। पूछताछ के बाद बाकी आरोपियों को दबोचा गया।