बताया जाता है कि जब राज्य में सरकार की आलोचना होने लगी तो सीएम उद्धव ठाकरे ने कुछ देने पहले मंत्री संजय राठौड़ को तलब किया था। भाजपा पहले ही चेतावनी दे चुकी है कि अगर संजय राठौड़ ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया तो वह एक मार्च से शुरू होने वाले राज्य विधानसभा के बजट सत्र को सुचारू रूप से चलने नहीं देंगी।
मुंबई. महाराष्ट्र से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां उद्धव ठाकरे सरकार में बतौर वन मंत्री संजय राठौड़ ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया जाता है कि राठौड ने यह इस्तीफा टिक टॉक स्टार की खुदकुशी के मामले में घिरे होने के चलते दिया है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष मुख्यमंत्री और शिवसेना पर राठौड़ को लेकर लगातार दबाव बनाया जा रहा था। रविवार को मंत्री सीएम ठाकरे से मुलाकात कर अपना रेजिग्नेशन सौंप दिया। साथ ही मुख्यमंत्री जी से इसे स्वीकार करने का अनुरोध भी किया है।
इस वजह से राठौड़ ने दिया इस्तीफा
भाजपा पहले ही चेतावनी दे चुकी है कि अगर संजय राठौड़ ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया तो वह एक मार्च से शुरू होने वाले राज्य विधानसभा के बजट सत्र को सुचारू रूप से चलने नहीं देंगी। साथ ही कहा था कि पूरे राज्य में शिवसेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जिसके चलते काफी समय से राज्य सरकार की आलोचना झेलनी पड़ रही थी।
क्या है टिक टॉक स्टार की खुदखुशी का मामला
बता दें कि 8 फरवरी को पुणे में एक इमारत से कूदकर 23 वर्षीय पूजा चौहान नाम की महिला ने खुदकुशी की थी। पूजा की पहचान Tik Tok स्टार के तौर पर होती थी। वह आए दिन अपने अनोखे वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करती थी। महिला की मौत के बाद इस मामले से जुड़े कुछ आडियो क्लिप भी वायरल हो गए थे। वहीं पूजा के साथ राठौड़ की तस्वीरें भी वायरल हुईं थीं। जहां लोगों को कहना था कि पूजा की मौत का जिम्मेदार वन मंत्री संजय राठौड़ है। हलांकि यवतमाल से शिवसेना के नेता राठौर ने इस बात से इंकार करते हुए कहा की उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। फिलहाल पुलिस इस मामले पर जांच कर रही है।
सीएम ने मंत्री को किया था तलब
बताया जाता है कि जब राज्य में सरकार की आलोचना होने लगी तो सीएम उद्धव ठाकरे ने कुछ देने पहले मंत्री संजय राठौड़ को तलब किया था। विवादों में घिरने के बाद से राज्य के वन मंत्री संजय राठौड़ सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखे थे। वहीं शिवसेना के सांसद संजय राउत ने राठौड़ को इशारा करते हुए एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने राजधर्म याद दिलाया था।