विधानसभा चुनाव 2019 की घोषणा हो चुकी है। महाराष्ट्र और हरियाणा में बीजेपी और कांग्रेस अपने चुनावी मुद्दों की घोषणा भी कर चुकी है। बीजेपी जहां जम्मू कश्मीर में आर्टीकल 370 हटाए जाने को अपना बड़ा मुद्दा बनाया है वहीं कांग्रेस गिरती अर्थव्यवस्था को बड़ा मुद्दा उठा रही है। भाजपा अनुच्छेद 370 को लेकर जनता को एकजुट करने की कोशिश कर रही है। कश्मीर के इस मुद्दे को राष्ट्रवाद से जोड़ते हुए भाजपा चुनाव जीतने की तैयारी में है। इसके उलट कांग्रेस काउंटर के तौर पर मार्केट में आई मंदी और अर्थव्यवस्था की सुस्ती पर जनता में हुंकार भर रही है।
मुंबई. विधानसभा चुनाव 2019 की घोषणा हो चुकी है। महाराष्ट्र और हरियाणा में बीजेपी और कांग्रेस अपने चुनावी मुद्दों की घोषणा भी कर चुकी है। बीजेपी जहां जम्मू कश्मीर में आर्टीकल 370 हटाए जाने को अपना बड़ा मुद्दा बनाया है वहीं कांग्रेस गिरती अर्थव्यवस्था को बड़ा मुद्दा उठा रही है। भाजपा अनुच्छेद 370 को लेकर जनता को एकजुट करने की कोशिश कर रही है। कश्मीर के इस मुद्दे को राष्ट्रवाद से जोड़ते हुए भाजपा चुनाव जीतने की तैयारी में है। इसके उलट कांग्रेस काउंटर के तौर पर मार्केट में आई मंदी और अर्थव्यवस्था की सुस्ती पर जनता में हुंकार भर रही है।
बीजेपी ने पहले ही घोषित कर दिया है कि वह आर्टीकल 370 को चुनावी मुद्दा बनाएगी। जनता को एकजुट करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 370 पर बीजेपी बड़ा महाराष्ट्र और हरियाणा दोनों राज्यों में चुनाव लड़ेगी। उधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार को घेरने के लिए 5% जीडीपी के साथ गिरती भारतीय अर्थव्यवस्था के मुद्दे को उठा रहे हैं। इस बार विधानसभा चुनाव में 370 वर्सेज अर्थवयवस्था वाली लड़ाई होगी।
हरियाणा-महाराष्ट्र की जनता से 370 को सपोर्ट करने की अपील-
बीजेपी महाराष्ट्र और हरियाणा दोनों राज्यों में जन जागरण अभियान शुरू कर रही है। जिसमें जनता से आर्टिकल 370 और धारा 35 ए हटाए जाने का समर्थन करने की अपील करेगी। इसके साथ ही पार्टी ने 370 छोटी-छोटी घरेलू मीटिंग करवाएगी जिसमें से देश भर में 35 बड़ी मीटिंग जाएंगी और अकेले जम्मू कश्मीर में सिर्फ 6 मीटिंग की जाएंगी। मुंबई के एक कार्यक्रम में राष्ट्राध्यक्ष अमित शाह ने 370 हटाए जाने को पीएम मोदी का एक ऐतिहासिक फैसला बताते हुए जनता में जोश जगाया।
जनता से पूछा 370 के समर्थन में या विरोध में?
हरियाणा के जींद में भी शाह ने एक रैली के दौरान 370 के मुद्दे को उठाया। शाह ने कहा कि आर्टीकल 370 को हटाना कश्मीर के विकास के लिए बड़ा फैसला था। लेह और लद्दाख कश्मीर के विकास में रोड़ा थे इसलिए उन्हें अलग कर दिया गया। साथ ही पीएम मोदी भी जनता के बीच आर्टीकल 370 हटाए जाने को बार बार उठा रहे हैं। पीएम ने कहा कि यह फैसला देश के 130 लोगों की मर्जी से हुआ है। विधान सभा चुनाव 2019 बीजेपी 370 के बलबूते ही लड़ने को तैयार दिख रही है। पीएम मोदी ने भी अस फैसले को सरकार के अब तक के सबसे ऐतिहासिक फैसलों में गिनाया है। साथ ही चुनाव के लिए इसे एक बड़े मुद्दे के तौर पर पेश कर रहे हैं।
दूसरी ओर कांग्रेस नेता भारतीय अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरेंगे। जनता में देश की अर्थव्यवस्था के मुद्दे को बार बार उठाएंगे। 5% जीडीपी के साथ गिरती इकॉनमी पर राहुल गांधी सहित सभी कांग्रेसी नेता सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
कांग्रेस अर्थव्यवस्था को बनाएगी बड़ा मुद्दा-
देश की अर्थवय्वस्था इस समय काफी निचले पायदान पर है। 5% जीडीपी के साथ खराब इकॉनमी की खबरें छाई हुई हैं। पर इस मामले पर वित्त मंत्री निर्मणा सीतारमण ने अर्थव्यवस्था को लेकर नए प्रयोग करने की बात कही लेकिन विपक्ष ने सरकार को इस पर जमकर घेरा है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इकॉनमी को एक बड़ा मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। खबरों की माने तो अमित शाह और पीएम मोदी की सरकार में देश की गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर कांग्रेस पलटवार करेगी।
भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, राहुल गांधी लगातार सरकार को घेर रहे हैं। जनता के बीच कांग्रेस गिरती अर्थव्यवस्था को मुद्दा बनाकर जंग का ऐलान कर रही है।
मनमोहन ने कहा देश पर आएगा आर्थिक संकट-
बीजेपी के 370 वाले मुद्दे पर पलटवार करने के लिए राहुल गांधी ने हाल में ट्वीट कर भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति बताई। भारतीय अर्थव्यवस्था और गिरते बाजार को राहुल ने अपना चुनावी मुद्दा बनाया है। हालांकि अभी राहुल गांधी ज्यादा लाइमलाइट में नहीं है लेकिन ट्विटर पर लगातार अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
18 सिंतबर को हाउडी मोदी कार्यक्रम के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा कि, "हाउडी इकॉनमी डूइंग मिस्टर मोदी, आर नॉट नॉट टू गुड टू सीम्स, मतलब मिस्टर मोदी भारत की इकॉनमी का क्या हाल चाल है, ओह ज्यादा अच्छा नहीं।" इसके अलावा राहुल गांधी ने स्टॉक मार्केट में आए स्लो डाउन को लेकर भी मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि, "मोदी भारतीय अर्थव्यवस्था को सुधारने के बजाय ह्यूस्टन में अब तक का सबसे महंगा इवेंट कर रहे हैं। इस तरह हाउडी मोदी इवेंट भारत की इकॉनमी को भी प्रभावित कर रहा है।"
पूर्व प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने भी अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार को घेरा था। उन्होंने कहाआने वाले समय में देश पर बहुत बड़ा आर्थिक संकट आने वाला है।