मुंबई नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष और शिवसेना नेता यशवंत जाधव के मझगांव स्थित आवास पर शुक्रवार सुबह आयकर अधिकारियों ने छापेमारी की। आयकर विभाग के अधिकारी सीआरपीएफ जवानों के साथ आज सुबह यशवंत जाधव के घर पहुंचे।
मुंबई : महाराष्ट्र में NCP नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) के बाद अब शिवसेना (Shiv Sena) नेता यशवंत जाधव (Yashwant Jadhav) के मुंबई (Mumbai) स्थित आवास पर ED ने दबिश दी है। अब तक जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक यशवंत जाधव के घर पर पूछताछ की जा रही है। गुरुवार को उनकी पत्नी ने नवाब मलिक की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल थीं।
सुबह-सुबह टीम की दस्तक
यशवंत जाधव मुंबई नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष हैं। उनके मझगांव स्थित आवास पर शुक्रवार सुबह-सुबह आयकर अधिकारियों ने छापेमारी की। आयकर विभाग के अधिकारी CRPF जवानों के साथ आज यशवंत जाधव के घर पहुंचे। उनके घर पर दस्तावेजों की जांच की जा रही है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यशवंत जाधव से किस मामले में पूछताछ की जा रही है।
निगम चुनाव से कनेक्शन
यशवंत जाधव पिछले पांच साल से स्थायी समिति के अध्यक्ष हैं। उन पर 15 करोड़ के घोटाले का आरोप है। बीजेपी नेता लगातार उन पर गुमनाम कंपनियों के जरिए वित्तीय हेरफेर का आरोप लगाते रहे हैं। महाविकास अघाड़ी सरकार में तीनों दलों के नेताओं पर भी ईडी की नजर है। साथ ही, आगामी मुंबई नगर निगम चुनावों के मद्देनजर, केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा मुंबई नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष और शिवसेना के नेता यशवंत जाधव के आवास पर की गई है। इस जांच को शिवसेना के लिए एक बड़ा झटका बताया जा रहा है।
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बुधवार को नवाब मलिक की गिरफ्तारी
प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बुधवार को महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक को पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया। निदेशालय की ओर से नवाब मलिक पर यह आरोप लगाया गया है कि नवाब मलिक ने दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) के करीबियों से जमीन को कौड़ियों के भाव में खरीदा है।
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महाविकास अघाड़ी सरकार को झटके पर झटका
बता दें कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार को झटके पर झटका लग रहा है। नवाब मलिक की गिरफ्तारी से पहले महाराष्ट्र के राजनीतिक गठबंधन महाविकास अघाड़ी के प्रमुख घटक दलों में शामिल एनसीपी को पिछले साल 2021 में उस समय जोरदार झटका लगा था, जब मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) घर एंटीलिया के सामने विस्फोटक से भरी स्कार्पियो बरामद की गई थी। इस मामले में अवैध तरीके से उगाही के आरोप में एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
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