मर गई इंसानियत: 2 दिन के बच्चे को जिंदा दफना रहे थे, मासूम की चीखों से भी नहीं पसीजा हैवानों का दिल


पुणे शहर में एक दिल को झकझोर देने वाली यह घटना सामने आई है। जहां दो लोग एक दो दिन के बच्चे को गड्डा खोद जिंदा दफनान जा रहे थे। गांववालों की सतर्कता के चलते नवजात की जान बचाई जा सकी।

Asianet News Hindi | Published : Oct 29, 2020 11:57 AM IST / Updated: Oct 29 2020, 07:56 PM IST

पुणे (महाराष्ट्र). कहते हैं कि जब घर में बच्चे का जन्म होता है तो उसकी किलकारी से सारे दुख दूर हो जाते हैं और खुशिया आ जाती हैं। लेकिन पुणे में एक ऐसी मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है, जो इन बातों से एक दम उलट है। यहां दो दिन के नवजात को गड्डा खोद जिंदा दफनाने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन ऐन वक्त पर बच्चे के रोने के आवाज सुनते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और मासूम की जान बचा ली गई।

मासूम की चीख सुनकर भागे लोग...
दरअसल, दिल को झकझोर देने वाली यह घटना गुरुवार को अंबोडी गांव में देखने को मिली। जहां दो लोग एक गड्डा खोद मासूम को दफनाने जा रहे थे। जैसे ही उन्होंने बच्चे के ऊपर मिट्टी डाली तो वह रोने लगा। आवाज सुनते ही गांव के लोग जब वहां  पहुंचे आरोपी स्कूटी लेकर भाग निकले। स्थानीय लोगों ने पुलिस की मदद से बच्चे को पास की एक सरकारी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।

 

सीसीटीवी से आरोपियों का होगा खुलासा
घटना की जानकारी लगते ही सासवड़ पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर डीएस हाके मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन की। वहीं पास लगे सीसीटीवी कैमरों को जब्त कर लिया गया है और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी खोजबीन की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि फिलहाल बच्चे की पहचान नहीं हो सकी है।

 

एक दिन पहले ही आया था ऐसा ही मामला
बता दें कि एक दिन पहले बुधवार को भी पुणे ही एक ऐसा इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया था। जहां वाखड़ इलाके में एक चौराहे के पास कूड़े के ढेर में एक दिन की बच्ची बिलखती हुई मिली थी। लोगों की मदद से नवजात को अस्पताल में भर्ती करा दिया है।

Share this article
click me!