राजनीति में अपने फायरब्रांड भाषणों के लिए मशहूर राज ठाकरे कई मामलों में सबसे अलग हैं। चचेरे बाई और शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे की अपेक्षा राज का परिवार राजनीतिक के मंचों पर कभी कभार ही नजर आता है। बताने कि जरूरत नहीं कि महाराष्ट्र की राजनीति में ठाकरे परिवार की भूमिका अहम है।
मुंबई. राजनीति में अपने फायरब्रांड भाषणों के लिए मशहूर राज ठाकरे कई मामलों में सबसे अलग हैं। चचेरे बाई और शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे की अपेक्षा राज का परिवार राजनीतिक के मंचों पर कभी कभार ही नजर आता है। बताने कि जरूरत नहीं कि महाराष्ट्र की राजनीति में ठाकरे परिवार की भूमिका अहम है।
प्रबोधनकार ठाकरे मराठी के विद्वान, सामाजिक कार्यकर्ता और चिंतक थे। उनके दो बेटे थे- बालासाहब ठाकरे और श्रीकांत ठाकरे। बालासाहब ठाकरे ने हिंदुत्ववादी विचारों पर शिवसेना की स्थापना की। जबकि उनके भाई श्रीकांत संगीत में रुचि रखने वाले व्यक्ति थे। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे, इन्हीं श्रीकांत ठाकरे के बेटे हैं।
बिना सत्ता के राजनीति में अहम हैं राज ठाकरे
राज ठाकरे के बिना महाराष्ट्र की राजनीति का इतिहास पूरा नहीं किया जा सकता। भले ही सत्ता में उनकी भागीदारी नहीं हुई है, लेकिन अपने भाषण और नेतृत्व के जरिए वे महाराष्ट्र की राजनीति का अहम हिस्सा बने हुए हैं। अपने चाचा बालासाहब ठाकरे और चचेरे भाई उद्धव ठाकरे के साथ विवाद के बाद अलग होकर राज ने साल 2006 में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना बनाई।
राज ठाकरे की जन्मतिथि-
राज ठाकरे के का जन्म 14 जून 1968 को हुआ। उनकी माता का नाम कुंदा ठाकरे था। राज ने शर्मिला वाघ के साथ विवाह किया। शर्मिला वाघ, मराठी सिनेमा के फोटोग्राफर, निर्माता-निर्देशक मोहन वाघ की बेटी हैं। फिलहाल शर्मिला ठाकरे भी मनसे की राजनीति में सक्रिय नजर आती हैं और राज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलती दिख रही हैं।
बेटा भी पिता के रास्ते पर
राज और शर्मिला के दो बेटे हैं। बेटा अमित ठाकरे और बेटी उर्वशी ठाकरे। अमित ठाकरे अब धीरे-धीरे राजनीति में सक्रिय हो रहे हैं। अपने पिता की तरह अमित भी व्यंग्य कार्टून बनाते हैं। अमित फुटबॉल के भी शौकीन हैं। उन्होंने हाल ही में ने मुंबई की फैशन डिजाइनर और अभिनेत्री मिताली बोरुडे से शादी की है। अमित भी पिता के साथ अक्सर कई मौकों पर साथ देखे जाते हैं।
मिताली बोरुडे की फोटो-
राज ठाकरे की बेटी उर्वशी भी अपने पिता के साथ कई मर्तबा राजनीतिक मंच पर दिखाई दी हैं। उर्वशी ने राजनीति छोड़कर फिल्मों की राह पकड़ी है। 2017 में निर्देशक डेविड धवन की फिल्म जुड़वा-2 में सहायक निर्देशक के तौर पर काम किया।