ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ का निधन हो गया। उनकी उम्र 96 साल थी। उनके निधन पर देश और दुनिया के तमाम नेताओं ने शोक प्रकट किया है। मुंबई के मशहूर डिब्बावालों ने बताया कि महारानी के कारण ही उनके काम को पहचान मिली थी।
मुंबई. ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ का निधन हो गया। उनकी उम्र 96 साल थी। गुरुवार देर रात स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में महारानी ने अंतिम सांस ली। महारानी के निधन के बाद देश और दुनिया में शोक की लहर है। मुंबई के मशहूर डब्बावालों ने भी महारानी के निधन पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद वे शाही परिवार और दुनिया भर के लोगों की तरह दुखी हैं।
बता दें कि मुंबई के डब्बावाले विश्व स्तर पर प्रसिद्ध लंच बॉक्स डिलीवरी और रिटर्न सिस्टम संचालित करते हैं। ये लोग समय पर लोगों के घरों और रेस्तरां से गर्म लंच की आपूर्ति करते हैं। इनकी टाइमिंग ऐसी है कि जिस कारण से इन्हें मुंबई की लाइफलाइन माना जाता है।
नूतन मुंबई टिफिन बॉक्स सप्लायर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी रघुनाथ मेडगे ने कहा, मुंबई के सभी डब्बावालों की ओर से मैं शाही परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि डब्बावाले दुनिया के लिए अनजान थे लेकिन महारानी एलिजाबेथ और शाही परिवार के कारण प्रसिद्ध हुए। मेडगे और एक अन्य एसोसिएशन के पदाधिकारी सोपान मारे ने अप्रैल 2005 में प्रिंस चार्ल्स और कैमिला पार्कर-बाउल्स की शाही शादी में भाग लिया था।
महारानी के साथ किया था ब्रेकफास्ट
शाही शादी के लिए लंदन की अपनी आठ दिवसीय यात्रा को याद करते हुए मेडगे ने कहा कि उन्होंने विंडसर कैसल में महारानी एलिजाबेथ और शाही परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नाश्ता किया। हमने शाही परिवार के साथ विंडसर कैसल में दो बार नाश्ता किया और रानी मौजूद थी। हालांकि इस दौरान उन्होंने कहा कि लैंग्वेज की दिक्कत के कारण वो महारानी से बात नहीं कर सके थे लेकिन उन्होंने उनके साथ बहुत विनम्रता से व्यवहार किया थी। मेडगे ने कहा कि महारानी एलिजाबेथ ने उनसे 2008 में मुंबई पर पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमले के बारे में भी पूछा था।