'..मैं समंदर हूं लौटकर वापस आऊंगा', बहुमत साबित करने के बाद अपने बयान पर बोले फडणवीस- ऐसे लूंगा बदला

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने “मैं लौटूंगा” वाले बयान पर ट्रोल किए जाने पर कहा कि माफी ही मेरा बदला है। उन्होंने कहा कि मैं ट्रोलर्स को माफ कर उनसे बदला लेने जा रहा हूं। 

Asianet News Hindi | Published : Jul 4, 2022 9:37 AM IST

मुंबई। महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को सदन में बहुमत साबित कर दिया। उनके समर्थन में 164 विधायकों ने वोट दिया। सदन में बहुमत साबित करने के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने '...मैं समंदर हूं लौटकर वापस आऊंगा' वाले बयान पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि माफी ही मेरा बदला है। 

देवेंद्र फडणवीस को 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले दिए गए अपने बयान “मैं लौटूंगा” पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि वह ऐसे ट्रोल्स को माफ करके बदला लेंगे। 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले फडणवीस ने विधानसभा में कहा था, 'मेरा पानी घटना देख, मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना। मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा।'

सोशल मीडिया पर बनाए गए थे मीम्स
शिवसेना में बगावत के चलते पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार गिरी और देवेंद्र फडणवीस के फिर से मुख्यमंत्री बनने की संभवाना बनी तो उनका यह बयान चर्चा में आ गया। सोशल मीडिया पर इसपर कई तरह के मीम्स बनाए गए। बीजेपी और शिवसेना के बागी विधायकों के गठबंधन से सरकार तो बन गई, लेकिन देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। उन्हें न चाहते हुए भी उपमुख्यमंत्री पद स्वीकार करना पड़ा। 

यह भी पढ़ें- अब महाराष्ट्र में एकनाथ सरकारः शिंदे के समर्थन में पड़े 164 वोट, उद्धव ठाकरे के करीबी MLA ने भी किया सपोर्ट

ईडी का मतलब एकनाथ और देवेंद्र
सोमवार को सदन में फडणवीस ने कहा कि मुझे मेरी इस टिप्पणी के लिए काफी ट्रोल किया गया है कि 'मैं लौटूंगा'। मैं ट्रोलर्स को माफ कर उनसे बदला लेने जा रहा हूं।उन्होंने यह भी कहा कि जब कुछ विधायक (फ्लोर टेस्ट के दौरान) मतदान कर रहे थे तो विपक्षी बेंच के सदस्यों ने "ईडी, ईडी" के नारे लगाए। यह सच है कि नई सरकार ईडी द्वारा बनाई गई है। यहां ईडी का मतलब एकनाथ और देवेंद्र है। पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र ने पिछले कुछ वर्षों में "नेतृत्व की उपलब्धता की कमी" देखी है, लेकिन सदन में दो नेता (शिंदे और खुद) हैं जो हमेशा लोगों के लिए उपलब्ध रहेंगे।

यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र में शिंदे गुट ने स्पीकर पद पर कब्जा कर एक साथ कई मोर्चों पर उद्धव की सेना को दी मात?

Share this article
click me!