बैंक ने ग्राहकों को रुलाया, बचत करके जोड़ा था पैसा, अपने ही काम नहीं आ रहा

गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार छोटी-छोटी बचत करके बैंकों में पैसा जमा कराता है। एक आस होती है कि यह पैसा बुरे या किसी आवश्यक समय पर काम आएगा। लेकिन महाराष्ट्र के पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक(PMC) ने इन ग्राहकों को रुला दिया है। मामला आर्थिक गड़बड़ी से जुड़ा है। लिहाजा RBI ने बैंक के कामकाज पर पाबंदी लगा दी है।

Asianet News Hindi | Published : Sep 26, 2019 8:22 AM IST / Updated: Sep 26 2019, 05:26 PM IST

मुंबई. डिफॉल्टर बिल्डरों को कर्ज बांटकर पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (PMC) ने अपनी बर्बादी की खुद कहानी रच डाली। हालांकि सबसे ज्यादा असर ग्राहकों पर पड़ा है। अपनी ही बचत का पैसा बैंक से न निकाल पाने का सदमा उन्हें खाए जा रहा है। उनकी आंखों से आंसू टपक रहे हैं। दिलों से गड़बड़ी करने वालों के लिए बददुआएं निकल रही हैं।

6 महीने में सिर्फ 10000 रुपए निकाल पाएंगे...

मझोले स्तर के PMC बैंक की 137 शाखाएं हैं। बैंक ने डिफॉल्टरों को कर्ज बांट दिए। वहीं ऑडिट में भी गड़बड़ी सामने आई है। नतीजा बैंका स्ट्रक्चर गड़बड़ा गया। इस पर मंगलवार को RBI ने बैंक के कामकाज पर रोक लगा दी थी। भारी अनियमितताओं को देखते हुए यह कड़ा निर्णय लेना पड़ा है। इसकी जानकारी जब ग्राहकों को पता चली, तो बैंक में हंगामा हो गया। भीड़ को काबू में करने पुलिस को बल प्रयोग तक करना पड़ा था। उल्लेखनीय है इससे पहले 2004 में इसी तरह की गड़बड़ी सामने आने के बाद RBI ने निजी क्षेत्र के ग्लोबल ट्रस्ट बैंक (GTB) का कामकाज भी रोक दिया था। फिर उसका विलय सरकारी क्षेत्र के ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में कर दिया था। पहले RBI ने आदेश दिया था कि ग्राहकों को छह महीने में सिर्फ 1000 रुपए निकालने दिए जाएं। हालांकि अब इसे बढ़ाकर 10000 रुपए कर दिया गया है।


जब रो पड़ी बुजुर्ग ग्राहक
बैंक से पैसा न निकाल पाने से दुखी एक महिला फूट-फूटकर रोने लगी। यह वीडियो कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके गड़बड़ियों को लेकर सरकार की गलत आर्थिक नीतियों को कोसा था। उल्लेखनीय है कि RBI ने आदेश दिया है कि PMC कोई नया कर्ज नहीं बांटेगी, कोई निवेश नहीं करेगी और न ही कोई पैसा जमा करेगी। हालांकि बैंक का लाइसेंस रद्द नहीं किया गया है। सामान्य कामकाज जारी रहेगा।

 

MD ने जताया अफसोस
PMC के एमडी जॉय थॉमस ने RBI के आदेश के बाद दुख जताया है। उन्होंने ग्राहकों को भरोसा दिलाया कि जो भी गड़बड़ियां सामने आई हैं, उन्हें अगले छह महीने के अंदर दूर कर लिया जाएगा। थॉमस ने ग्राहकों से क्षमा मांगी। उल्लेखनीय है कि बैंक की गड़बड़ियों को लेकर लगातार शिकायतें आ रही थीं। बैंक का कुल कारोबार 20 हजार करोड़ रुपए है। इसमें ग्राहकों के 11,617 करोड़ रुपए जमा हैं। बैंक ने 8,383 करोड़ रुपये का कर्ज बांटा हुआ है।

पूर्व MLA का बेटा भी है डायरेक्टर
पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी बैंक के 12 डायरेक्टर्स में एक मुलुंड से 4 बार MLA रहे सरदार तारा सिंह का बेटा रजनीत सिंह भी है। दोनों भाजपा नेता हैं। कहा जा रहा है कि इस बार तारा सिंह रजनीत सिंह को विधानसभा का टिकट दिलाने की जुगत भिड़ा रहे हैं। रजनीत ने 2017 में BMC के इलेक्शन के जरिये सक्रिय राजनीति में कदम रखा था। रजनीत का पिछले 13 साल से डायरेक्टर हैं। उनका यह तीसरा टर्म है। हालांकि वे दो टूक कहते हैं कि वे बैंक की डेली वर्किंग से उनका कोई लेनादेना नहीं है। लोन को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उधर, कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने आरोप लगाया कि डिफाल्टर रियल स्टेट कंपनियों को बैंकों ने कर्ज दिए। उन्हें बचाने ऑडिट रिपोर्ट से छेड़छाड़ की। 
 

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