मेड इन वकोला: 8 दिन पहले खोली थी सैनिटाइजर की फैक्ट्री..सामने आई चौंकाने वाली कहानी

दुनियाभर में फैल चुके कोरोना वायरस से बचने लोगों को सैनिटाइजर से हाथ धोने की हिदायत दी जा रही है। एक कंपनी इसी का फायदा उठा रही थी। फैक्ट्री मालिक डरे हुए लोगों को अपना प्रोडक्ट बेचकर करोड़पति बनना चाहता था।

Asianet News Hindi | Published : Mar 13, 2020 11:14 AM IST

मुंबई. यहां एक ऐसी आयुर्वेद दवा फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है, जिसमें नकली सैनिटाइजर बनाया जा रहा था। फैक्ट्री मालिक कोरोना से डरे लोगों को अपना यह नकली प्रोडक्ट बेचकर करोड़पति बनने का सपना पाले बैठा था। यह फैक्ट्री 8 दिन पहले ही खुली थी। दुनियाभर में फैल चुके कोरोना वायरस से बचने लोगों को सैनिटाइजर से हाथ धोने की हिदायत दी जा रही है। एक कंपनी इसी का फायदा उठा रही थी। गुरुवार को फूड एंड ड्रग्स डिपार्टमेंट(FDA) ने वकोला इलाके में स्थित 'संस्कार आयुर्वेद' फैक्ट्री पर छापा मारा था। इस मामले में 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है।


10 रुपए की चीज 190 रुपए तक में बेच रहे थे
FDA के निरीक्षक धनंजय जाधव ने खुलासा किया कि यह कंपनी बगैर अनुमति सैनिटाइजर बना रही थी। यह कंपनी फर्जी है। फैक्ट्री से जो सैनिटाइजर की बॉटल्स जब्त की गईं, उन पर लाइसेंस नंबर, बैच नंबर जैसी महत्वपूर्ण जानकारी अंकित नहीं थी। यह सैनिटाइजर 'मेड इन वकोला' नाम से मार्केट में बेचा जा रहा था।

केमिकल और पानी मिलाकर बना रहे थे सैनिटाइजर 
बताते हैं कि इस सैनिटाइजर को सिर्फ पानी और केमिकल मिलाकर बनाया जा रहा था। इसकी लागत बमुश्किल 10 रुपए होगी। इसे मार्केट में 190 रुपए तक में बेचा जा रहा था। बता दें कि दुनिया भर से कोविड-19 (COVID-19) के डेढ़ लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना वायरस का सबसे पहला मामला चीन में सामने आया था। यह साउथ कोरिया और ईटली के रास्ते भारत पहुंचा। इसे बचने के लिए लोगों को मास्क लगाने और सैनिटाइजर से हाथ धोने को कहा जा रहा है। हालांकि किसी भी अच्छे साबुन से हाथ धोना भी पर्याप्त है।
 

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