मध्य प्रदेश के इंदौर के बाद महाराष्ट्र के नासिक जिले के मालेगांव स्थित कब्रिस्तान में बड़ी संख्या में जनाजे पहुंचने की घटना ने प्रशासन के कान खड़े कर दिए हैं। बताते हैं कि मालेगांव के बड़े कब्रिस्तान में पिछले कुछ दिनों में जनाजे पहुंचने की संख्या बढ़ी है। ये मौतें स्वाभाविक हैं या कोरोना संक्रमण से, इसका पता लगाना प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है।
नासिक, महाराष्ट्र. कोरोना संक्रमण को लेकर महाराष्ट्र की स्थिति चिंताजनक है। लॉकडाउन का ठीक से पालन नहीं करने के कारण यहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। देशभर में यह संख्या 21 हजार को पार कर चुकी है। इसमें से 5000 से ज्यादा अकेले महाराष्ट्र से हैं। महाराष्ट्र में 250 से ज्यादा लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। अब नासिक जिले के मालेगांव स्थित बड़ा कब्रिस्तान में जनाजों की संख्या बढ़ने ने प्रशासन के कान खड़े कर दिए हैं। ये मौतें स्वाभाविक हैं या कोरोना संक्रमण से, इसका पता लगाना प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है।
15 अप्रैल के बाद बढ़े जनाजे...
सूत्रों के अनुसार, मालेगांव के बड़ा कब्रिस्तान में इन दिनों में आमतौर पर रोज 8 जनाजे आते थे। लेकिन 15 अप्रैल के बाद इनकी संख्या तीन गुना बढ़ गई है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि मालेगांव में अप्रैल में कोरोना से सिर्फ 8 लोगों की मौत हुई है। मालेगांव महापालिका के एक मुस्लिम पार्षद जनाजों की बढ़ती संख्या को लेकर हैरान हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले इंदौर के 4 कब्रिस्तानों में अप्रैल के शुरुआती 6 दिनों में 127 शवों का दफनाया गया था।
(नोट: फोटो इंदौर के महू नाका स्थित कब्रिस्तान का है)