महाराष्ट्र का चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। नामांकन प्रक्रिया और मतदान के बीच महज एक महीने का वक्त है इस वजह से विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे सभी प्रत्याशियों ने रात दिन एक कर दिया है। जबरदस्त जान संपर्क अभियान चलाया जा रहा है।
मुंबई. महाराष्ट्र का चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। नामांकन प्रक्रिया और मतदान के बीच महज एक महीने का वक्त है इस वजह से विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे सभी प्रत्याशियों ने रात दिन एक कर दिया है। जबरदस्त जान संपर्क अभियान चलाया जा रहा है।
भी प्रत्याशियों की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं तक पहुंच कर अपनी जीत पक्की करें। राज्य में दर्जनों की संख्या में अलग-अलग पार्टियों के दिग्गज चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें कई मौजूदा और पूर्व मंत्री तो शामिल हैं ही, पांच पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं। पांचों मुख्यमंत्रियों में कई खुद चुनाव लड़ रहे हैं जबकि कुछ के बेटे और बेटी विधानसभा चुनावी मैदान में हैं। पांचों मुख्यमंत्री दिग्गज हैं और उन्हें अपनी, अपने बेटे-बेटी की सीटों के राज्य में पार्टी के प्रचार-प्रसार का भी जिम्मा संभालना है।
कौन हैं पांच पूर्व मुख्यमंत्री
इन पांच दिग्गजों में अशोकराव चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण खुद कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि सुशील कुमार शिंदे की बेटी और शिवाजीराव पाटील निलंगेकर का बेटा कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहा है। नारायण राणे का बेटा भी चुनाव लड़ रहा है।
किन विधानसभा सीटों पर लगी है प्रतिष्ठा
अशोकराव चव्हाण को भोकर (नांदेड़) में कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। लोकसभा चुनाव में हार के बाद अब विधानसभा के लिए अशोकराव को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पहले पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के चुनाव नहीं लड़ने की चर्चा थी। लेकिन कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेता को चुनवी मैदान में उतारा है। पृथ्वीराज कराड़ दक्षिण से जीत के लिए पसीना बहा रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी प्रणीति कोल्हापुर में कांग्रेस के टिकट पर दूसरी बार विधानसभा का चुनाव लड़ रही है। प्रणीति को इस बार पार्टी में आतंरिक विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। सुशील कुमार शिंदे बेटी की जीत के लिए जमकर प्रचार कर रहे हैं। निलंगा विधानसभा सीट से शिवाजी राव पाटील भी बेटे अशोकराव पाटिल निलंगेकर की जीत के लिए रात दिन एक किए हुए हैं।
बेटे के लिए बहा रहे हैं पसीना
पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे का बेटा कणकवली विधानसभा सीट से बीजेपी का उम्मीदवार है। राणे के बेटे ने चुनाव से ठीक पहले ही बीजेपी की सदस्यता ली है। नारायण राणे को इस सीट पर काफी मशक्कत करनी पद रही है। दरअसल, समूचे राज्य में गठबंधन होने के बावजूद शिवसेना ने इस सीट पर बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवार उतारा है। ठाकरे परिवार से अदावत के चलते राणे परिवार को चुनाव में काफी मेहनत करनी पड़ रही है।