43% लोगों का मानना- दिल्ली में बिना रिश्वत के काम नहीं होता, 32% बोले- पानी की व्यवस्था बदतर हुई

दिल्ली में पिछले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव हुए थे। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। केजरीवाल सरकार को 1 साल पूरा हो गया है। ऐसे में LocalCircles ने एक सर्वे किया है। इसमें दिल्ली सरकार के एक साल के कार्यकाल में किए गए कामों को लेकर लोगों से सवाल पूछे गए। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 16, 2021 10:00 AM IST

नई दिल्ली. दिल्ली में पिछले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव हुए थे। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। केजरीवाल सरकार को 1 साल पूरा हो गया है। ऐसे में LocalCircles ने एक सर्वे किया है। इसमें दिल्ली सरकार के एक साल के कार्यकाल में किए गए कामों को लेकर लोगों से सवाल पूछे गए। 

इस सर्वे में दिल्ली के 11 जिलों के 54 हजार लोगों ने हिस्सा लिया। आईए जानते हैं कि दिल्ली के लोग अपनी चुनी हुई सरकार के बारे में क्या सोचते हैं। 

भ्रष्टाचार : 43% लोगों का मानना, दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले विभागों में काम के लिए रिश्वत देनी पड़ती है।

- दिल्ली के लोगों से जब पूछा गया कि इस एक साल में भ्रष्टाचार का क्या हाल रहा?
इस सवाल के जवाब में 31% लोगों ने कहा कि उन्हें कई बार रिश्वत देनी पड़ी। जबकि 12% लोगों ने कहा कि उन्हें एक या दो बार रिश्वत देनी पड़ी। वहीं, 38% लोगों ने कहा कि बिना रिश्वत के काम हुआ। जबकि 19% लोगों ने कहा, वे इस बारे में कुछ कह नहीं सकते। 
 
बिजली: 43% लोगों ने कहा, बिजली व्यवस्था में सुधार हुआ, 20% ने कहा- स्थिति और बेकार हुई
केजरीवाल सरकार 200 यूनिट तक फ्री बिजली उपलब्ध करा रही है। ऐसे में लोगों से इस बारे में पूछा गया कि पिछले 1 साल में बिजली व्यवस्था कैसी रही। इस पर 31% लोगों ने कहा, अहम सुधार हुआ। वहीं, 16% लोगों ने कहा, कुछ सुधार हुआ है। जबकि 25% लोगों ने कहा कि कोई सुधार नहीं हुआ। जबकि 20% ऐसे भी लोग थे, जिन्होंने कहा, बिजली व्यवस्था और खराब हो गई। 

पानी की व्यवस्था: 32% लोग बोले- पहले से बेकार हुई स्थिति
दिल्ली सरकार का दावा है कि राज्य में 14 लाख लोगों का पानी का बिल शून्य आ रहा है। वहीं, जब लोगों से पूछा गया कि पिछले 1 साल में पानी की व्यवस्था में कितना सुधार हुआ, इस बारे में 37% लोगों ने कहा कि सप्लाई की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है। जबकि 24% लोग ऐसे हैं, जिन्होंने कहा कि अहम सुधार हुए हैं। जबकि 32% लोगों का मानना है कि स्थिति पहले से भी बेकार हो गई। 

हवा की क्वालिटी को लेकर कितना काम हुआ?
दिल्ली में प्रदूषण एक बड़ी समस्या रही है। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल केंद्र और दिल्ली सरकार को फटकार भी लगाई थी। इतना ही नहीं दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित 5 शहरों में से है। ऐसे में जब लोगों से पूछा गया कि दिल्ली सरकार हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कैसा काम कर रही है। इस पर 7% लोगों ने कहा, बहुत अच्छा। जबकि 47% लोगों का कहना है कि बहुत ही खराब काम कर रही है। वहीं, 17% लोगों का कहना है कि इस दिशा में सरकार अच्छा काम नहीं कर रही।

शिक्षा के क्षेत्र में कैसा काम कर रही सरकार?
शिक्षा ही एक ऐसा क्षेत्र है, जिसे लेकर दिल्ली की केजरीवाल सरकार दूसरे राज्यों से तुलना करने में जुट जाती है। ऐसे में जब राज्य के लोगों से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने 24% लोगों ने कहा कि सरकार शानदार काम कर रही है। जबकि 12% लोगों ने बहुत अच्छा और 9% लोगों ने अच्छा बताया। जबकि 13% ने औसत कहा। यानी 58% लोग ये मान रहे हैं कि दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा काम हो रहा है। वहीं, 27% लोग ऐसे भी हैं, जिनका मानना है कि सरकार बहुत बुरा काम कर रही है। 

कोरोना में कैसी रही टेस्टिंग और रिपोर्टिंग?
दिल्ली देश के उन राज्यों में रहा है, जहां कोरोना के सबसे ज्यादा केस पाए गए। ऐसे में जब लोगों से पूछा गया कि दिल्ली सरकार टेस्टिंग और रिपोर्टिंग के मामले में कैसी रही। इस पर 17% लोगों ने कहा- शानदार। जबकि 8% ने बहुत अच्छा, 12% अच्छा और 15% ने औसत कहा। यानी 52% लोग कोरोना को लेकर दिल्ली सरकार के काम से संतुष्ट हैं। वहीं, 31 लोगों ने कहा, इस मामले में सरकार ने बहुत बुरा काम किया। जबकि 14% लोगों का मानना है कि सरकार ने बुरा काम किया। 

लॉकडाउन और अनलॉक को सरकार ने कैसे हैंडल किया
कोरोना के चलते 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था। हालांकि, केंद्र ने बहुत कुछ फैसले राज्य सरकारों पर छोड़े थे। ऐसे में जब दिल्ली के लोगों से पूछा गया कि उन्होंने लॉकडाउन और अनलॉक को कैसे हैंडल किया। इस पर 15% लोगों ने कहा, शानदार, जबकि 13% ने बहुत अच्छा, जबकि 10% ने सरकार के काम को अच्छा बताया। वहीं, 17% लोगों ने कहा, दिल्ली सरकार ने इस मामले में बुरा काम किया। जबकि 29% लोगों का मानना है कि बहुत बुरा काम किया। 

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