स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा कि आशंका है कि जहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन होता है, वहां ओमीक्रोन (Omicron Varaint) वैरिएंट डेल्टा वैरिएंट से आगे निकल जाएगा। ओमीक्रोन जिस तेजी से फैल रहा है, हमें गैर-जरूरी यात्रा से बचने की जरूरत है।
नई दिल्ली। सर्दियों के साथ ही कोरोना संक्रमण (Covid 19) का खतरा दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। देश के 19 जिले ऐसे हैं, जहां संक्रमण बहुत ज्यादा है। इन जिलों में वीकली पॉजिटिविटी रेट 5 से 10 फीसदी के बीच है। यही नहीं, कोविड-19 (Covid-19) का ओमीक्रोन वैरिएंट (Omicron Variant) देश के 11 राज्यों में फैल चुका है। देश में अब तक इसके 101 मामले आ चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आशंका है कि जहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन होता है, वहां ओमीक्रोन संक्रमण डेल्टा वैरिएंट से आगे निकल जाएगा। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में भी इसका जिक्र किया गया है। सरकार ने कहा है कि ओमीक्रोन जिस तेजी से फैल रहा है, हमें गैर-जरूरी यात्रा से बचने की जरूरत है। इसके अलावा सामूहिक समारोहों और नए साल के जश्न को बड़े स्तर पर आयोजित करने से बचना चाहिए।
कई राज्यों में 10 फीसदी तक वीकली पॉजिटिविटी रेट
उन्होंने बताया कि केरल में ऐसे 9 जिले, मिजोरम में 5, नागालैंड, राजस्थान, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल में ऐसे एक-एक जिले ऐसे हैं, जहां हफ्ते में पॉजिटिविटी रेट 5 से 10 प्रतिशत तक पहुंच रहा है। गौरतलब है कि दिल्ली में शुक्रवार को एक ही दिन में 12 मरीजों में ओमीक्रोन वैरिएंट की पुष्टि हुई। इसके बाद देश में ओमीक्रोन के कुल मरीजों की संख्या 101 पहुंच गई है। शुक्रवार को ही तेलंगाना में भी दो नए मरीज मिले हैं।
महाराष्ट्र में ओमीक्रोन के सबसे ज्यादा केस
महाराष्ट्र में Omicron के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं, लेकिन जिस रफ्तार से दिल्ली में संख्या बढ़ रही है, उससे लगता है कि यहां का आंकड़ा जल्द महाराष्ट्र के पास पहुंच जाएगा। महाराष्ट्र में पिछले ओमीक्रोन के मरीजों की संख्या 32 है। स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया है कि कोरोना का यह नया वैरिएंट, आने वाले दिनों में डेल्टा वैरिएंट को रिप्लेस कर सकता है।
देश के टीकों की जरूरतों को पूरा करने की स्थिति में हैं भारतीय कंपनियां: मांडविया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि भारतीय वैक्सीन निर्माता कंपनियां इस स्थिति में हैं कि वो घरेलू जरूरतों को पूरा कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमारी कंपनियां वैश्विक टीकाकरण कार्यक्रम में भी योगदान देने की स्थिति में हैं। मांडविया ने भाजपा सांसद मेनका गांधी के प्रश्न के जवाब में यह यह जानकारी दी। मांडविया ने कहा भारतीय कंपनियों ने टीका उत्पादन की क्षमता को काफी हद तक बढ़ा दिया है और वो कोविड टीकों की घरेलू जरूरतों को पूरा करने तथा अपने अतिरिक्त उत्पादन के माध्यम से वैश्विक टीकाकरण जरूरतों को पूरा करने में योगदान देने की स्थिति में हैं।
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