16 विदेशी राजनयिकों से बोले कश्मीरी, पाक फैला रहा आतंक, 1 इंच भी नहीं देंगे कश्मीर; सब कुछ दिखा सामान्य
नई दिल्ली. केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ आई जस्टर सहित 16 देशों के राजनयिक गुरुवार से जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। 16 देशों के राजनयिक दिल्ली पहुंचे। जहां से हवाई मार्ग से श्रीनगर गए और और वहां से जम्मू का दौरा किया। इस दौरान राजनयिकों का दल उप राज्यपाल जी सी मर्मू से मुलाकात किया। इसके साथ ही स्थानीय लोगों से भी बातचीत की।
Asianet News Hindi | Published : Jan 9, 2020 5:13 AM IST / Updated: Jan 09 2020, 06:19 PM IST
जम्मू-कश्मीर की हकीकत जानने पहुंचे राजनयिकों के दल में अमेरिका, वियतनाम, साउथ कोरिया, उजबेकिस्तान, नाइगर, नाइजीरिया, मोरक्को, जियाना, अर्जेंटिना, फिलिपिंस, नार्वे, मालदीव, फीजी, टोगो, बांग्लादेश, पेरू देशों के राजनयिक स्थितियों का जायजा लेने पहुंचे। (फोटो में - लोगों से बात करते हुए राजनयिक)
राजनयिकों के दल ने जम्मू-कश्मीर पहुंचने के बाद लोगों से बात की। जिसमें लोगों ने पाकिस्तान के दावे को खारिज कर दिया। लोगों ने कहा की जम्मू-कश्मीर में रक्तपात की कोई घटना नहीं घटित हुई है। (फोटो में- युवाओं से बात करते हुए राजनयिक)
लोगों ने सरकार के नीतियों से संतुष्टी भी जाहिर की। मुलाकात के दौरान राजनयिकों ने लोगों से सवाल पूछे। जिसके जवाब में लोगों ने कहा कि व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए कुछ कठिनाई का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान ने आतंक फैलाने की कोशिश की। लेकिन कोई असर नहीं हुआ। (फोटो में- स्थानीय लोगों से जानकारी लेते हुए राजनयिक)
लोगों ने जम्मू-कश्मीर में हुई घटनाओं के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया और राजनयिकों से मांग की कि पाकिस्तान पर हस्तक्षेप नहीं करने का दबाव बनाया जाए। (फोटो में- राजनयिक कश्मीर की स्थिति को लेकर बातचीत करते हुए)
इसके साथ ही लोगों ने कहा कि कश्मीर का एक इंच भी पाकिस्तान को नहीं देंगे। स्थितियों का जायजा लेने के दौरान राजनयिकों ने घाटी की स्थिति को सामान्य देखा। जिसमें दुकानें खुली हुईं मिली और यातायात समान्य रूप से चलते हुए मिला। (फोटो में- स्थानीय नागरिक और 16 देशों के राजनयिक)
इससे पहले, यूरोपियन यूनियन के 25 सदस्यों के एक दल ने अक्टूबर में जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की थी। इस दौरे के दौरान सुरक्षाबलों ने उन्हें सुरक्षा स्थिति की जानकारी दी थी। (फोटो में - उप राज्यपाल के साथ लंच करके 16 देशों के राजनयिक)
भारत ने पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा हटा लिया था जिसके बाद पाकिस्तान कई विदेशी मंचों पर इस मुद्दे को उछाला था। हालांकि वह इसमें सफल नहीं हुआ। पाकिस्तान ने भारत से सभी प्रकार के राजनयिक संबंध खत्म करने का फैसला लिया था। (श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचा विदेशी राजनयिकों का दल)