अयोध्या में भव्य राममन्दिर बनाए जाने की तैयारी चल रही है। सैकड़ों साल से चले आ रहे विवाद का सुप्रीम कोर्ट ने फैसला कर दिया है। आज से 28 साल पहले 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में लाखों कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिरा दिया था।
अयोध्या. अयोध्या में भव्य राममन्दिर बनाए जाने की तैयारी चल रही है। सैकड़ों साल से चले आ रहे विवाद का सुप्रीम कोर्ट ने फैसला कर दिया है। आज से 28 साल पहले 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में लाखों कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिरा दिया था। इसके बाद देशभर में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे। इन दंगों में 2 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। मामले की FIR दर्ज हुई और 49 लोग आरोपी बनाए गए। आरोपियों में लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, चंपत राय, कमलेश त्रिपाठी जैसे भाजपा और विहिप के नेता शामिल थे। आज अयोध्या के माहौल सौहार्दपूर्ण है लेकिन वहां एहतियातन पुलिस बल तैनात किया गया है। सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है ।
5 दिसंबर 1992 की सुबह से ही अयोध्या में विवादित ढांचे के पास कारसेवक पहुंचने शुरू हो गए थे। उस समय सुप्रीम कोर्ट ने विवादित ढांचे के सामने सिर्फ भजन-कीर्तन करने की इजाजत दी थी। लेकिन अगली सुबह यानी 6 दिसंबर को भीड़ उग्र हो गई और बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिरा दिया। कहते हैं कि उस समय 1.5 लाख से ज्यादा कारसेवक वहां मौजूद थे और सिर्फ 5 घंटे में ही भीड़ ने बाबरी का ढांचा गिरा दिया गया था। शाम 5 बजकर 5 मिनट पर बाबरी मस्जिद जमींदोज हो गई।
देश भर में भड़क उठे थे दंगे
बाबरी का विवादित ढ़ांचा गिराए जाने के बाद देशभर में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे थे। इन दंगों में 2 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। मामले की FIR दर्ज हुई और 49 लोग आरोपी बनाए गए। मामला 28 साल तक कोर्ट में चलता रहा और इसी साल 30 सितंबर को लखनऊ की CBI कोर्ट ने सभी आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया। फैसले के वक्त तक 49 में से 32 आरोपी ही बचे थे, बाकी 17 आरोपियों का निधन हो चुका था।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
6 दिसंबर को लेकर अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। सिविल पुलिस के अलावा आरपीएफ, सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती की गई है। डाग स्क्वायड और एटीएस तथा जल पुलिस व एसटीएफ की टीम भी तैनात हैं। होटल, धर्मशाला और रेलवे स्टेशन समेत सार्वजनिक स्थलों पर सादे वर्दी में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।
एसएसपी ने कही कार्रवाई की बात
अयोध्या के SSP दीपक कुमार ने कहा कि 6 दिसंबर को यदि कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन होता है या किसी भी पक्ष के द्वारा किसी तरीके का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जो कानून के विपरीत है तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पुलिस विभाग सोशल मीडिया पर भी नजर बनाए हुए है। यदि सोशल मीडिया पर कोई आपत्तिजनक पोस्ट 6 दिसंबर को लेकर की जाती है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।