भारत में कोरोना के 900 से ज्यादा केस पॉजिटिव आ चुके हैं। मौत का आंकड़ा 23 तक पहुंच गया है। लॉकडाउन के बाद भी लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं। स्थिति और भी गंभीर इसलिए होती जा रही है क्योंकि हम स्टेज टू से स्टेज थ्री की तरफ बढ़ रहे हैं।
नई दिल्ली. भारत में कोरोना के 900 से ज्यादा केस पॉजिटिव आ चुके हैं। मौत का आंकड़ा 23 तक पहुंच गया है। लॉकडाउन के बाद भी लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं। स्थिति और भी गंभीर इसलिए होती जा रही है क्योंकि हम स्टेज टू से स्टेज थ्री की तरफ बढ़ रहे हैं। आंकड़ों में देखें तो सबसे ज्यादा केस केरल से सामने आए हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि जिस प्रदेश में ज्यादा टेस्टिंग हुई वहां उतने ही ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं।
भारत में 100 टेस्टिंग में 3 पॉजिटिव
भारत में 25 मार्च की शाम 8 बजे तक 25,254 टेस्टिंग की गई। इसमें से 581 (2.3%) कोरोना पॉजिटिव मिले। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की ताजा अपडेट के अनुसार यह अनुपात दक्षिण कोरिया के (3%) और ताइवान के (1%) की तुलना में अधिक है।
अगर इसकी तुलना इटली से की जाए तो 324,445 टेस्टिंग में 74,386 (23%) पॉजिटिव, ऑस्ट्रिया में 35,995 टेस्टिंग में 6,001 (16.7%) पॉजिटिव, अमेरिका में 484,062 टेस्टिंग में 65,497 (13.5%) पॉटिजिव, यूके में 97,019 टेस्टिंग में 9,529 (10%) पॉटिजिव केस मिले हैं।
27 मार्च तक भारत में 27,688 सेंपल की टेस्टिंग
भारत में 27 मार्च तक 27,688 सेंपल टेस्ट किए गए। इसमें 691 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
कुल सरकारी टेस्टिंग लेबोरेटरी सिर्फ 122
27 मार्च तक के आंकड़ों को देखें तो भारत में कुल सरकारी टेस्टिंग लेबोरेटरी 122 है। वहीं प्राइवेट लेबोरेटरी की बात करें तो दिल्ली में 8, गुजरात में 4, हरियाणा में 4, कर्नाटक में 2, महाराष्ट्र में 9, ओडिशा में 1, तमिलनाडु में 4, तेंलगाना में 7, यूपी में 1, वेस्ट बंगाल में 2, केरल में 2, हैं।
1000 लोगों पर सिर्फ 1.7 नर्स
भारत में प्रति 1,000 जनसंख्या पर 1.7 नर्स हैं। डब्ल्यूएचओ मापदंड के हिसाब ने यह संख्या 43% कम है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, 1000 पर 3 नर्स होनी चाहिए। इसमें नर्स, दाई, महिला स्वास्थ्य विजिटर शामिल हैं।
3.07 मिलियन रजिस्टर्ड नर्सिंगकर्मी
राज्य सभा में दिए गए एक आंकड़े के मुताबिक, भारत में 3.07 मिलियन रजिस्टर्ड नर्सिंग कर्मी हैं। सरकार ने 3 मार्च 2020 को राज्यसभा को यह बताया था।
1.2 मिलियन एलोपैथिक डॉक्टर
भारत में 1.2 मिलियन एलोपैथिक डॉक्टर हैं। यह आंकड़ा 30 सितंबर 2019 तक रजिस्टर्ड संख्या के आधार पर हैं।