बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, जोकि आयुष्मान भारत योजना लांचिंग के समय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री थे, ने बताया कि कैसे यह पहल पीएम मोदी के 'बड़ा सोचो' दृष्टिकोण का उदाहरण है।
5th anniversary of Ayushman Bharat scheme launch: आयुष्मान भारत की 5वीं वर्षगांठ पर तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि यह योजना कैसे पीएम मोदी के बड़ा सोचें दृष्टिकोण का उदाहरण है। उन्होंने योजना लागू किए जाने के पहले के मैराथन मीटिंग्स और इसका स्ट्रक्चर तैयार करने के लिए पीएम मोदी अपना योगदान देते रहे।
आयुष्मान भारत पीएम मोदी के 'बड़ा सोचें' और दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का उदाहरण
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, जोकि आयुष्मान भारत योजना लांचिंग के समय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री थे, ने बताया कि कैसे यह पहल पीएम मोदी के 'बड़ा सोचो' दृष्टिकोण का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि वास्तव में विभाग ने शुरू में 1 लाख रुपये के उपचार कवरेज का प्रस्ताव दिया था लेकिन नड्डा याद करते हुए बताते हैं कि कैसे पीएम मोदी ने इसे 5 लाख रुपये तक बढ़ाने का सुझाव दिया था। इसे दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना बनाने पर पीएम मोदी का ध्यान शुरू से ही स्पष्ट था।
लांचिंग के पहले योजना से संबंधित 20 प्रेजेंटेशन
जेपी नड्डा ने बताया कि आयुष्मान भारत को लांच करने के पहले इसमें कोई खामी न रह जाए इसलिए योजना से संबंधित 20 प्रेजेंटेशन उन्होंने दी थी। यह सब प्रेजेंटेशन पीएम मोदी के सामने हुई। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी चाहते थे कि कार्यक्रम को एक सीमित समय सीमा के भीतर लॉन्च किया जाए। प्रधानमंत्री की पहल पर ही यह योजना केवल 9 महीनों के भीतर वास्तविकता बन गया। पीएम मोदी को इस योजना की क्रेडिट देते हुए उन्होंने कहा कि लॉन्च के बाद पीएम मोदी इसको लेकर लगातार सक्रिय रहे। वह इस योजना के संबंध में फीडबैक एकत्र कराते। योजना की खामियों को सुधारने के लिए लगातार लाभार्थियों के साथ कई बार बातचीत करते रहे। उन्होंने कहा कि इससे यह भी पता चलता है कि पीएम मोदी जमीनी हकीकत से कैसे जुड़े रहते हैं।
यह भी पढ़ें:
कावेरी का पानी तमिलनाडु को देने पर बीजेपी सहित 150 कन्नड़ संगठनों का 26 सितंबर को बेंगलुरू बंद