असम के सोनितपुर में 6.4 तीव्रता का भूकंप, 10 किमी दूर बांग्लादेश, म्यांमार, भूटान और चीन तक हिली धरती

असम के सोनितपुर में बुधवार सुबह करीब 7.51 बजे भूंकप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने इसकी पुष्टि की। भूकंप का असर 10 किमी दूर तक बांग्लादेश, म्यांमार, भूटान और चीन तक देखा गया। भूकंप का दूसरा झटका 7.55 बजे महसूस किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने असम के मुख्यमंत्री से फोन पर बात करके स्थिति के बारे में जानकारी ली।

Asianet News Hindi | Published : Apr 28, 2021 3:47 AM IST / Updated: Apr 28 2021, 02:37 PM IST

गुवाहाटी. असम के सोनितपुर में बुधवार सुबह करीब 7.51 बजे भूंकप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने इसकी पुष्टि की। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा-असम में तेज़ भूकंप आया। मैं सभी से सतर्क रहने का आग्रह करता हूं। मैं सभी ज़िलों से अपडेट ले रहा हूं। भूकंप का केंद्र बिंदु सोनितपुर था। लोगों ने कई मिनट तक झटके महसूस किए। इसके बाद लोग डरकर घरों से बाहर निकल आए। भूकंप का असर असम के अलावा उत्तर बंगाल तक महसूस किया गया। भूकंप के बाद गुवाहाटी में बिजली सप्लाई ठप्प पड़ गई। भूकंप से कई घरों में दरारें आ गईं। 

प्रधानमंत्री ने की मुख्यमंत्री से बात
भूकंप की जानकारी मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से फोन पर बात की। मोदी ने ट्वीट किया- राज्य के कुछ हिस्सों में भूकंप को लेकर असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल से बात की। केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मैं असम के लोगों की भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं।असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने असम में सुबह आए भूकंप को लेकर ​अपनी चिंता व्यक्त की। वो भूकंप से हुई क्षति का विवरण जानना चाहते थे, मैंने उन्हें असम की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने संकट की इस घड़ी में पूरी मदद का आश्वासन दिया है।

कई देशों में हिली धरती
भूकंप का असर 10 किमी दूर बांग्लादेश, म्यांमार, भूटान और चीन तक देखा गया। आकाशवाणी के अनुसार, भूकंप के झटके अरुणाचल, गुजरात और बिहार में भी महसूस किए गए। भूकंप का पहला झटका सुबह 7.51 बजे आया। इसके बाद दूसरा झटका 7.55 बजे महसूस किया गया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार भूकंप का केंद्र तेजपुर से 43 किलोमीटर पश्चिम में जमीन से 17 किलोमीटर नीचे था। बिहार के मुंगेर, कटिहार, किशनगंज, भागलपुर, पूर्णिया, खगड़िया आदि शहरों तक झटके लगे।

10 साल पहले आया था भयंकर भूकंप
पूर्वोत्तर के सिक्किम में 10 साल पहले 18 सितंबर, 2011 को  6.9 तीव्रता का भूकंप आया था। इसमें 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इसका असर नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, तिब्बत सहित हिमालय के क्षेत्र में दिखाई दिया था। इस भूकंप में हजारों लोग बेघर हो गए थे।

 

भूकंप की तीव्रता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि घरों की दीवारें दरक गईं। ये तस्वीरें गुवाहाटी के 5 स्टार होटल ताज विवांता की है। भूकंप से सीलिंग और दीवारों का एक हिस्सा टूटकर गिर पड़ा।

pic.twitter.com/VBiM7SQcUB

 

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