दोस्त ने ही दोस्त के आंख में घोंपा पेन, LKG में पढ़ने वाले मासूम के आंख की चली गई रोशनी

केरल के कोझिकोड जिले क्षेत्र मनाल वायल स्थित AKTM लोअर प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले LKG के एक छात्र के आंख में गंभीर चोट आ गई है। जिससे उसके आंख की रोशनी चली गई। हालांकि मौजूदा समय में उसका इलाज किया जा रहा है। स्कूल प्रबंधन ने बुधवार को क्लास टीचर को निलंबित कर दिया गया है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 12, 2019 9:32 AM IST

कोझीकोड. केरल के कोझिकोड जिले क्षेत्र मनाल वायल स्थित AKTM लोअर प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले LKG के एक छात्र के आंख में गंभीर चोट आ गई है। दरअसल, यह चोट छात्र के सहपाठी द्वारा आंख में पेन घोंपने से लगी है। जिसके कारण उसके आंख की हालत गंभीर हो गई और रौशनी चली गई। हालांकि मौजूदा समय में उसका इलाज किया जा रहा है। वहीं, डॉक्टरों ने कहा है कि छात्र को उपचार के लिए समय से अस्पताल ले आया जाता तो उसकी आंख को बचाया जा सकता था। काफी देर होने के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। क्रॉमट्रस्ट आई अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार, अभी तक यह आश्वासन नहीं दिया जा सकता है कि छात्र अपनी दृष्टि वापस प्राप्त करेगा या नहीं।

क्लास टीचर पर आरोप, निलंबित 

इस घटना के सामने आने के बाद पीड़ित छात्र के परिवार ने क्लास टीचर के ऊपर आरोप लगाय है। परिजनों का कहना है कि मामले की सूचना पहले दी जाती और मासूम को इलाज के लिए ले जाया जाता तो छात्र की स्थिति गंभीर नहीं बनती। मामला बढ़ने पर स्कूल प्रबंधन ने बुधवार को क्लास टीचर को निलंबित कर दिया गया है। छात्र की मां लैला ने जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 2.30 बजे घटना की जानकारी दी गई। 

बेटी ने दी जानकारी 

छात्र की मां ने कहा कि मेरी बेटी जो उसी स्कूल में पढ़ती है उसने बताया कि मेरा बेटा दोपहर में ही घायल हो गया था और उसने उसे बताया था कि उसकी आंख में दर्द हो रहा है। जिसके बाद जब वह खुद स्कूल पहुंची तो उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गई। छात्र की मां ने बताया कि जब वह स्कूल पहुंची तो उसने बेटे की आंख लाल देखा साथ ही उसके आंख में चोट के निशान दिखाई दिए।मां लैला ने कहा कि शिक्षकों ने इस पर ध्यान नहीं दिया इसके साथ ही उसने आरोप भी लगाया कि अस्पताल ले जाने के लिए स्कूल की तरफ से कोई भी टीचर साथ नहीं गया। 

जब तक पहुंचा अस्पताल जा चुकी थी रौशनी 

मां का कहना है कि पहले इलाज के लिए गए तो डॉक्टर ने सर्जरी की बात कही। जिसके बाद उसे आई हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, तब तक वह अपनी आँखों की रोशनी खो चुका था। इस मामले की सूचना मिलने पर जिला बाल संरक्षण इकाइयों और जिला शैक्षिक कार्यालय के अधिकारियों ने स्कूल का निरीक्षण किया और अस्पताल में दाखिल बच्चे से मिलने पहुंचे। सहायक शिक्षा अधिकारी थमारासेरी ने कहा कि “हमारे हस्तक्षेप से पहले, शिक्षक को स्कूल प्रशासन द्वारा निलंबित कर दिया गया था, यह जानकारी मिलने के बाद कि क्लास टीचर द्वारा लापरवाही बरती गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले की प्रारंभिक जांच की गई है और उच्च अधिकारियों को एक रिपोर्ट सौंपी गई है।

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