कांग्रेस आई अध्यादेश के खिलाफ आप के साथ तो केजरीवाल की पार्टी ने कर दिया बेंगलुरू मीटिंग को लेकर बड़ा ऐलान

आप सांसद राघव चड्ढा ने बताया कि आज आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक हुई। हर पहलू पर विस्तार से चर्चा हुई।

Dheerendra Gopal | Published : Jul 16, 2023 1:09 PM IST / Updated: Jul 16 2023, 11:16 PM IST

AAP to join Opposition meeting: विपक्षी एकजुटता के लिए बेंगलुरू में आयोजित दो दिन की मीटिंग में आम आदमी पार्टी शिरकत करेगी। कांग्रेस के दिल्ली आर्डिनेंस पर साथ आने के फैसले के बाद अरविंद केजरीवाल ने विपक्षी एकता की मीटिंग में भाग लेने का निर्णय लिया है। दरअसल, बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की एकजुटता के लिए गैर-बीजेपी दलों को एक मंच पर लाने की कोशिशें हो रही हैं। बीते 23 जून को पटना में इसकी पहली मीटिंग हुई थी।

आप सांसद राघव चड्ढा ने दी जानकारी

आप सांसद राघव चड्ढा ने बताया कि आज आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक हुई। हर पहलू पर विस्तार से चर्चा हुई। कांग्रेस ने भी अध्यादेश के विरोध में साथ आने का फैसला किया है। मैं स्पष्ट रूप से कह सकता हूं कि यह अध्यादेश राष्ट्र विरोधी है। राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस से लेकर राजद, जदयू, राकांपा, समाजवादी पार्टी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना तक सभी ने इस देश विरोधी अध्यादेश के खिलाफ आवाज उठाई है। हम इसे हराने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

कांग्रेस का अध्यादेश को लेकर स्टैंड क्लियर:केसी वेणुगोपाल

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि मुझे लगता है कि आम आदमी पार्टी कल विपक्षी मीटिंग में शामिल होगी। जहां तक (दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण पर) अध्यादेश का सवाल है, हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है। हम इसका समर्थन नहीं करने जा रहे हैं।

कुछ दिनों पहले AAP ने कहा कि वह ऐसी किसी भी मीटिंग में शामिल नहीं होगी जब तक कि कांग्रेस दिल्ली अध्यादेश पर अपने रुख का समर्थन नहीं करती। रविवार को आम आदमी पार्टी बेंगलुरू में विपक्षी मीटिंग को लेकर विमर्श करने वाली है।

23 जून को पटना में विपक्षी सम्मेलन के बाद से आप और कांग्रेस में ठनी थी

दरअसल, बीते 23 जून को पटना में विपक्षी एकता के लिए बुलाए गए सम्मेलन में आम आदमी पार्टी ने कह दिया था कि कांग्रेस अगर अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है तो उसका गठबंधन में रहना मुश्किल होगा। आप ने कहा कि कांग्रेस की हिचकिचाहट और टीम प्लेयर के रूप में कार्य करने से इनकार करने से AAP के लिए किसी भी गठबंधन का हिस्सा बनना बहुत मुश्किल हो जाएगा जिसमें कांग्रेस भी शामिल है। पढ़िए पूरी खबर…

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